लाखों-करोड़ो हिंदुओं के धर्म और आस्था के प्रतीक भगवान श्रीराम मंदिर की भूमि पूजन 5 अगस्त

*कुसमुंडा*- लाखों-करोड़ो हिंदुओं के धर्म और आस्था के प्रतीक भगवान श्रीराम मंदिर की भूमि पूजन 5 अगस्त को तय हो चुका है।यह माने तो लगभग सैकड़ों वर्ष बाद ऐसा दिन आया है जब समस्त भारतवासीयों के लिए गौरव का दिवस होगा।छत्तीसगढ़ के कोरबा शहर के अंतर्गत आने वाले कुसमुंडा क्षेत्र के समाजसेवी धर्मरक्षक,गौ सेवक तामेश्वर (तामेश)महंत ने अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के विषय में चर्चा करते हुए कहा कि अयोध्या विवाद लगभग 140 वर्षों से चली आ रही थी और इस बीच अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर काफ़ी वाद-विवाद और बहुत सारे अड़चने भी सामने आए लेकिन श्रीराम जी के नाम से ही मानो सारे अड़चने दूर होते चले गये । अंततः 6 अगस्त से 16 अक्टूबर 2019 तक इस मामले पर 40 दिन लगातार सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था।जिस दिन फैसला रामजी के मंदिर निर्माण के लिए हुआ उसी दिन पूरे विश्व के राम भक्तों की जीत हो गई थी। और फिर बुधवार 5 अगस्त 2020 को श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन की तारीख़ पक्की की गई जिसकी खबर सुनते ही लोग एक दूसरे को बधाई देने लगे। .5 अगस्त 2020 दिन बुधवार यह वह दिन होगा जिस दिन मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम जी के जन्मस्थान सरयू तटअयोध्या की पावन भूमि पर भगवान श्रीराम के भव्य राम मंदिर निर्माण हेतु भूमिपूजन होगा।हिंदुओं की आन बान और शान भगवान श्रीराम भव्य मंदिर में, भव्य स्वरूप में विराजमान होंगे और फिर से देश-दुनिया में रामराज्य की स्थापना होगी।,यह 500 वर्षों बाद शुभ संयोग बन रहा है जब समस्त भारतवासियों के लिए गौरव का दिवस होगा । तामेश्वर महंत,प्रकाश शर्मा,रमेश चौहान, जयेन्द्र दास,केशव जायसवाल,प्रशांत दास,और पूरे सर्वहिन्दू समाज कुसमुंडा परिवार के सदस्यों ,गौ रक्षकों के साथ साथ तखतपुर क्षेत्र के रक्त सेवा मित्र श्री घनश्याम श्रीवास जी के द्वारा पूरे जगत के माता भाई-बहनों से विनम्र निवेदन, अनुरोध,आग्रह किया जा रहा है कि इस पवित्र दिन के ख़ुसी में संध्याकाल दीप प्रज्वलित व पूजा आरती कर पूरे भारत वर्ष को ही नहीं बल्कि पूरे विश्व को हिन्दुधर्म की परंपरा और संस्कारो से परिचित करवा दिया जाए।