निर्माण कार्यों में हुए घोटालों की सत्यता को जाँचने पहुँची टीम, दस्तावेजों सहित कार्यस्थलों का किया निरीक्षण

कोंडागांव/केशकाल। कोंडागांव जिला अंतर्गत नगर पंचायत केशकाल में कराये गये निर्मांण की जांच के लिए कलेक्टर द्वारा गठित जांच टीम ने निर्मांण कार्यों से संबंधित दस्तावेजों का अवलोकन करते हुए कुछ निर्मांण कार्यों का निरीक्षंण करते उसके बारे में आवश्यक जानकारी अर्जित किया। ग्रामींण यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन अभियंता अरूंण शर्मा की अध्यक्षता में गठित त्री सदस्यीय जांच टीम के तीनों सदस्य पूर्व निर्धारित कार्यक्रम अनुसार 24 जुलाई को नगर पंचायत कार्यालय पहुंचे। जिन पत्रकारों के शिकायत पर कलेक्टर के द्वारा जांच टिम गठित किया गया है वो शिकायतकर्ता पत्रकार और इस मामले की जानकारी रखने वाले कुछ पत्रकार साथी भी नगर पंचायत कार्यालय पंहुच जांच अधिकारियों को अपनी जानकारी प्रदान किया। जिसके बाद नगर पंचायत के सब इंजीनियर को करवाये गये निर्मांण को दिखाने कहा गया। जिसके बाद जांच टिम सबसे पहले बोरगांव के मुक्तिधाम पंहुची ज़हां 2लाख रूपया में बनवायेे गये शेड का अवलोकन किया। जहां पर नागरिक सूचना फलक नहीं लगा हुआ था और शेड के दरके हुए प्लस्तर खुद यह बंया कर रहा था कि बनवाने वाले ने किस तरह से अधिक से अधिक पैसा बचाने थूक पालिस करते काम कराया गया है।
बोरगांव के बाद डिहीपारा मुक्तिधाम में पहुंचकर जांच टिम द्वारा बनवाये गये शेड का अवलोकन किया गया। मुक्तिधाम में बनवाये गये गुंणवत्ताविहिन शेडों को देखने के बाद जांच अधिकारी बांबी तालाब पहुंचकर सौंदर्यीकरण कार्य का अवलोकन किया। ज़हां पर जांच टीम के अधिकारियों एवं पत्रकारों के समक्ष नगर पंचायत के सब इंजीनियर ने साहू ने निविदा निकाले जाने के पूर्व और निविदा स्वीकृत होने के बाद नये ठेकेदार द्वारा करवाये गये काम को दिखाया। बांबी तालाब के सौंदर्यीकरण कार्य को देखने के बाद जांच टिम के अधिकारी और पत्रकारगण सुरडोंगर स्टेडियम में बनवाये गये शेड तथा बिजली आफिस जाने वाले मार्ग पर बनवाये गये कांक्रिट सड़क को देखने पहुंचे। स्टेडियम में शेड और मंच बनाने के नाम पर नगर पंचायत से कब कब कितनी कितनी राशि निकाली गयी यह जानकारी नगर पंचायत के सब इंजीनियर नहीं दे पाये। पत्रकारों ने जांच टिम के अधिकारियों को शेड निर्मांण के नाम पर किए गये गड़बड़ी का सप्रमांण जानकारी प्रदान किया। बिजली आफिस जाने वाले मार्ग पर 2018-19 में बने हुए कांक्रिट सड़क एवं कव्हर नाली के नाम से कूटरचित फर्जी स्टीमेट बनाकर निविदा निकाल लेने निविदा स्वीकृत कर लेने और संबंधित ठेकेदार के सांथ सांठगांठ करके कूटरचित एम बी बुक भर लेने और धनराशि आहरंण भुगतान कर लेने के बारे में जांच टिम के अधिकारियों को अवगत कराया गया। शेष कार्यों को अगली बार देखने और सभी निर्मांण कार्यों की गुणवत्ता का जांच करने का आश्वासन जांच टिम प्रमुख द्वारा दिया गया।
जांच टिम को किसी भी निर्मांण स्थल पर नागरिक सूचना फलक देखने को नहीं मिला जिसके बारे में नगर पंचायत के सब इंजीनियर साहू ने भी यह स्वीकार किया कि नागरिक सूचना फलक नहीं लगाया गया है। पत्रकारों ने इस विषय पर अपना गहरा रोष जाहिर किया कि नगर पंचायत केशकाल में पिछले पांच वर्ष में करवायेे गये किसी भी निर्मांण कार्य स्थल पर नागरिक सूचना फलक नहीं लगाया गया ताकि आम पब्लिक को निर्मांण कार्य के बारे में कोई जानकारी न हो और वो मनमानी करते हुए आर्थिक घोटाला कर सकें।
कलेक्टर को किए गये शिकायत में पार्षद और अध्यक्ष मद से करवाये गये कार्यों की भी जांच करने की मांग किया गया था तदानुसार जांच टिम को उसकी भी जांच करना है परन्तु नगरपंचायत दर्शाया पिछले 5वर्ष में पार्षद अध्यक्ष मद से कराये गये कार्यों की सूचि और उसका ब्यौरा जांच टिम को उपलब्ध नहीं कराया गया जिसके चलते जांच टिम पार्षद अध्यक्ष मद में किए ग्रे गड़बड़ी की जांच आरंभ भी नहीं कर पायी। पत्रकारों ने जांच टिम के अधिकारियों से सादर निवेदन किया कि जांच पूरी निष्पक्षता पूर्वक और सूक्ष्मता से किया जाये ताकि हकिकत सामने आ सके और नगर के विकास एवं जनता के सुविधा के सरकार द्वारा प्रदान किए जाने वाले सरकारी धन राशि का सुनियोजित साजिश पूर्वक घोटाला करने वाले घोटालेबाज सरकारी अधिकारियों कर्मचारियों ठेकेदारों तथा अपने वार्ड एवं नगर के लोगों से विश्वासघात करने वालों का चेहरा बेनकाब हो सके।
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