लोगों की लापरवाही से कोरोना के बढते मरीजों को देख अब फिर प्रशासन हुआ सख्त
लापरवाही रोकने पुलिस और निगम का अमला हुआ सक्रिय
बिना फेसकवर घूमने वालों पर ताबड़तोड़ कार्यवाही
पुलिस भी पैदल पेट्रोलिंग कर शुरू की लोगों को जागरूक करने का कार्य
भिलाई। दुर्ग-भिलाई सहित पूरे प्रदेश में प्रतिदिन बड़ी संख्या में बढते कोरोना पॉजेटिव को देख अब फिर प्रशासन सख्त हो गया है। अनलॉक वन के साथ लोगों में कोरोना संक्रमण से बचाव के उपायों को अपनाने के प्रति बढ़ी लापरवाही को रोकने पुलिस व नगर निगम का अमला सक्रिय हो उठा है। बिना फेसकवर या बिना मास्क लगाये घूमने वालों पर जुर्माना वसूली की ताबड़तोड़ कार्यवाही के साथ ही लोगों को फिजीकली डिस्टेंसिंग अपनाने के लिए जागरुक किया जा रहा है।
अनलॉक वन शुरू होने के प्रशासन की सख्ती बरतने में कमी दिखते ही लोगों की कोरोना संक्रमण को रोकने के प्रति पहले जैसी गंभीरता गायब हो गई थी। जिस तेजी के साथ कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है उसकी एक वजह सुरक्षा उपायों की अनदेखी को माना जा सकता है। इस दौरान लॉकडाउन की समयावधि के जैसी प्रशासन की सक्ती गायब हो जाने से भी ज्यादातर लोग लापरवाह हो गए थे। सार्वजनिक स्थलों पर फिजीकली डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा था, वहीं बिना फेसकवर के भी अनेक लोग बेपरवाही के साथ बाहर घूमने से हिचक नहीं रहे थे। लेकिन 14 जुलाई के बाद अचानक जिला और पुलिस के साथ सभी निगम व पालिका प्रशासन की सख्ती शहरी क्षेत्र में देखते बन रही है।
कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे के निर्देश पर पुलिस प्रशासन ने कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण की रोकथाम हेतु लगातार पैदल पेट्रोलिंग करके नागरिकों को जागरुक करना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में दुर्ग, भिलाई और चरोदा नगर निगम की भी सक्रियता बढ़ गई है। इन निकायों की टीम प्रतिदिन बाजार व अन्य सार्वजनिक स्थलों पर जाकर बिना फेसकवर नजर आने वाले लोगों के खिलाफ जुर्माना वसूली की कार्यवाही को अंजाम दे रही है। बाजारों में दुकानदारों के साथ ही खरीददारी के लिए आने वालों को फेसकवर और फिजीकली डिस्टेंसिंग का पालन कराने के प्रति भी निकायों का अमला सख्ती बरतने लगा है।
यहां पर यह बताना भी लाजिमी होगा कि दुर्ग जिले में मेडिकल स्टोर्स, होटल व डेयरी को छोड़ बाकी दुकानों को सुबह 9 से शाम 7 बजे तक खोले जाने का कलेक्टर आदेश लागू है। बावजूद इसके भिलाई-दुर्ग के कई मार्केट की दुकानें रात 9 बजे तक खुली रखे जाने से लोगों के चहल पहल को बढ़ावा मिल रहा था। अनेक लोग बिना किसी काम के बाजारों में तफरीह के लिए पहुंच रहे थे। लेकिन 14 जुलाई से निगम व पुलिस की संयुक्त टीम शाम 7 बजते ही अपने-अपने इलाके की बाजारों में पहुंचकर दुकानों को चेतावनी के साथ बंद कराने में लगी हुई है।
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