कोरोना को लेकर अभी भी कई क्षेत्रों में नही दिख रही लोगों में सजगता

कुछ लोगों की बेपरवाही सतर्कता बरतने वालों की जान भी डाल सकते हैं आफत में
भिलाई। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने की प्रशासनिक कवायद पर कुछ लोगों की लापरवाही भारी पड़ सकती है। लॉकडाउन के पालन के प्रति गली मोहल्लों में सजगता नदारद है। लोग समूह बनाकर पूल पुलियों और चौक चौराहे पर गप्पें लड़ा रहें हैं।
खुर्सीपार में कोरोना वायरस संक्रमित मरीज मिलने के बावजूद जिस कदर लोगों में सजगता दिखनी चाहिए वह नदारद है। शहर के फोरलेन सहित चुनिंदा प्रमुख सड़कों को छोड़ दिया जाए तो गली मोहल्लों पर लोगों की लापरवाही बेखौफ दिख रही है। लोग लॉकडाउन के आदेश को ठेंगा दिखा रहे हैं। वहीं समूह में रहने के बावजूद सैनिटाइजर व फेस मास्क लगाने के प्रति भी अनेक लोगों की कायम बेपरवाही सतर्कता बरतने वालों की जान को आफत में डाल सकती है।
यहां पर यह बताना भी लाजिमी होगा कि 22 मार्च को जनता कफ्र्यू के साथ लॉकडाउन घोषित कर कोरोना महामारी के खिलाफ जंग लड़ी जा रही। जिला व पुलिस प्रशासन सहित नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार लोगों को सतर्कता बरतने की सलाह दे रही हैण्पुलिस की टीम भी सख्ती के साथ लॉकडाउन का पालन कराने में लगी हुई है। लेकिन इस तरह की कवायद शहर के मुख्य सड़कों पर होने से अंदरूनी इलाकों पर लोगों की लापरवाही से कोरोना महामारी से बचाव की कोशिश के असफल होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा रहा है।
गौरतलब रहे कि बुधवार-गुरूवार की दरम्यानी रात खुर्सीपार में कोरोना संक्रमित मरीज मिलने के बाद प्रशासन ने लोगों को पहले से भी अधिक सतर्कता बरतने की सलाह दी हैण् खुर्सीपार इलाके को सील कर 150 से भी अधिक परिवार को होम आइसोलेशन में रखा गया हैण् प्रशासन की कोशिश है कि कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढऩे से रोका जाए। इसके लिए पुलिस को लॉकडाउन के उल्लंघन करने वालों पर सख्ती बरतने का भी निर्देश दिए गए हैं। पुलिस की शहर के प्रमुख मार्गों पर तैनात टीम के द्वारा सख्ती बरती भी जा रही है। लेकिन गली मोहल्ले की ओर पुलिस का ज्यादा ध्यान नही होने से लोगों का लॉकडाउन के बावजूद घर के बाहर नजर आना कोरोना महामारी के खिलाफ जंग को कमजोर कर रहा है।



