पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने मोदी सरकार द्वारा लिए गये जाति जनगणना के फैसले को बताया ऐतिहासिक निर्णय।कहा – धार्मिक और सामाजिक न्याय के प्रति संकल्पित है मोदी सरकार

पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने मोदी सरकार द्वारा लिए गये जाति जनगणना के फैसले को बताया ऐतिहासिक निर्णय।
कहा – धार्मिक और सामाजिक न्याय के प्रति संकल्पित है मोदी सरकार
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने जाति जनगणना को लेकर मोदी सरकार द्वारा लिये गये बड़े फैसले का स्वागत करते हुए इसे भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में एक ऐतिहासिक कदम बताया है। उन्होंने कहा कि आशा की नई किरण लेकर आया है, यह रिजोल्यूशन कंसल्टेंट। उन्होंने कहा कि “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह सिद्ध कर दिया है कि वे धार्मिक और सामाजिक न्याय के प्रति संकल्पित नेता हैं। इस ऐतिहासिक फैसले से नीति निर्माण को और अधिक विस्तार एवं लोकतंत्र को और अधिक मजबूती मिलेगी। उन्होंने आगे कहा, छत्तीसगढ़ जैसा राज्य, जहां सामाजिक विविधता गहरी है, वहां यह संतुलित सामाजिक संतुलन और न्याय की दिशा में मीलों का पत्थर सिद्ध होगा।
श्री कौशिक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जातीय जनगणना का फ़ैसला ऐतिहासिक है. समूचा दलित आदिवासी पिछड़ा समाज उनके इस फ़ैसले का स्वागत करता है। दशकों से इसका इंतज़ार था. यह उन नेताओं के लिए भी एक सबक है जो जातीय जनगणना का राग तो बहुत अलापते थे, लेकिन दशकों तक सत्ता में रहने पर उनके दल इस मुद्दे पर कंबल ओढ़कर सो जाते थे। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार, 1,270 एससी, 748 एसटी जातियां हैं। 2011 में एससी आबादी 16.6% और एसटी 8.6% थी जातीय जनगणना के आधार अनुसूचित जाति एवं जनजातियों के गणना की जा सकेगी । “जाति” भारतीय राजनीति की सच्चाई है और जातीय जनगणना इसका इसकी मजबूती, लोकतंत्र इससे और अधिक मज़बूत होगा। ज़मीनी राजनीति के धुरंधर नेता प्रधानमंत्री इस ज़मीनी सच्चाई से वाक़िफ़ हैं. उन्होंने अपने इस फ़ैसले से देशवासियों का ह्रदय छू लिया है. उनको ह्रदय से आभार।