Bangladeshi infiltrators In Raipur : रायपुर में 4 साल से छिपे रहे बांग्लादेशी घुसपैठिए, फर्जी डॉक्यूमेंट्स से बने भारतीय, मास्टरमाइंड शेख अली फरार, लुकआउट सर्कुलर जारी, खुले कई राज
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रायपुर : Bangladeshi infiltrators In Raipur : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में बांग्लादेशी घुसपैठियों के फर्जी दस्तावेज तैयार करने और उन्हें पनाह देने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। एटीएस (एंटी टेररिज्म स्क्वॉड) की गिरफ्त में आए तीनों बांग्लादेशी भाइयों से पूछताछ के बाद रायपुर पुलिस ने मास्टरमाइंड शेख अली के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी कर दिया है।
कैसे खुला बांग्लादेशी घुसपैठ का मामला?
Bangladeshi infiltrators In Raipur : मुंबई एटीएस ने कुछ समय पहले तीन बांग्लादेशी नागरिकों (शेख इस्माइल, शेख अकबर और शेख साजन) को गिरफ्तार किया था। जांच के दौरान पता चला कि इनकी नागरिकता के लिए फर्जी पासपोर्ट, आधार कार्ड, वोटर आईडी, राशन कार्ड और अन्य सरकारी दस्तावेज तैयार किए गए थे। इन दस्तावेजों की सत्यापन प्रक्रिया टिकरापारा पुलिस थाने से पूरी हुई थी, लेकिन पुलिस को उस वक्त फर्जीवाड़े का पता नहीं चला। इसके बाद यह भी सामने आया कि कई बांग्लादेशी सालों से रायपुर में रह रहे हैं और फर्जी दस्तावेजों के सहारे दुबई, इराक, सीरिया और पाकिस्तान तक जा चुके हैं।
शेख अली पर क्या आरोप हैं?
Bangladeshi infiltrators In Raipur : जांच में पाया गया कि इस पूरे रैकेट का मास्टरमाइंड शेख अली है, जिसने बांग्लादेशी घुसपैठियों के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार करवाए। शेख अली ने सत्कार कंप्यूटर सेंटर के संचालक मोहम्मद आरिफ के साथ मिलकर फर्जी स्कूल अंकसूची स्कैन करवाई, जिससे इनका पासपोर्ट बन पाया। ट्रैवल एजेंट इरफान ने पासपोर्ट और इराक जाने के लिए वीजा बनवाने में मदद की। अब तक की जांच में यह भी सामने आया कि कई बांग्लादेशी इसी तरह से फर्जी दस्तावेजों के सहारे विदेश जा चुके हैं। शेख अली की दूसरी पत्नी भी फरार है, जबकि पहली पत्नी शेख फरीदा ने इस बारे में कोई जानकारी होने से इंकार किया है।
पुलिस और एटीएस की कार्रवाई
Bangladeshi infiltrators In Raipur : शेख अली के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी कर दिया गया है। पुलिस नागपुर, मुंबई, उत्तर प्रदेश और कोलकाता के अधिकारियों से संपर्क कर शेख अली की तलाश में जुटी है। फर्जी दस्तावेज बनाने वाले 25 से अधिक लोगों से पूछताछ की जा चुकी है, जिनमें अधिवक्ता, नोटरी, सुविधा केंद्र और च्वाइस सेंटर संचालक शामिल हैं। पुलिस ने सत्कार कंप्यूटर सेंटर के संचालक मोहम्मद आरिफ को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। तीनों बांग्लादेशी भाइयों को कोर्ट में पेश कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
जरूरत पड़ने पर एटीएस फिर से आरोपियों को रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में आवेदन करेगी।
राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा
Bangladeshi infiltrators In Raipur : बांग्लादेशियों के रायपुर में अवैध रूप से रहकर सरकारी दस्तावेज बनवाने और विदेश जाने की घटनाएं राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गई हैं। पिछले साल मुंबई एटीएस ने टिकरापारा क्षेत्र में एक छापेमारी कर सीरिया गए एक बांग्लादेशी नागरिक की जानकारी जुटाई थी, जो अभी तक वापस नहीं लौटा है।