Face To Face MP: स्कूटी-लैपटॉप की दुहाई..टॉपर्स के बहाने लड़ाई, क्या विपक्ष ने होनहारों को सामने रखकर सरकार पर दबाव डालने की कोशिश की ?

भोपाल। Face To Face MP: स्कूटी-लैपटॉप की दुहाई टॉपर्स के बहाने अब सियासी लड़ाई। मप्र में टॉपर स्टूडेंट्स को स्कूटी-लैपटॉप देने का जो वादा था। वो इस साल अब तक पूरा नहीं हो पाया है, जिसे लेकर विपक्ष ने सरकार को कटघरे में खड़ा करने की कोशिश की है । इस कोशिश में जो सवाल खड़े हुए हैं..जिस तरह सियासत गर्म की गई है। मध्यप्रदेश में 2023-24 के मेधावी छात्रों को एक साल बीत जाने के बाद अभी तक लैपटॉप और स्कूटी नहीं मिली है। प्रदेश के करीब 90 हजार छात्रों को मेधावी योजना के तहत लैपटॉप मिलना है, मगर लैपटॉप की आस लगाए 1 साल बीत चुका है अभी तक छात्रों को लैपटॉप नहीं मिला, लेकिन अब असमंजस की स्थिति साफ हो गई है सीएम डॉ. मोहन यादव ने जापान यात्रा से लौटते ही इस योजना को लेकर बड़ा एलान कर दिया है।
दरअसल ये योजना पूर्व मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने कार्यकाल में शुरू की थी। विधानसभा चुनाव के पहले भोपाल के लाल परेड मैदान पर हुए कार्यक्रम में 78 हज़ार छात्र -छात्राओं के खाते में लैपटॉप के कुल 196 करोड़ रू ट्रांसफर किये गए थे ,साथ ही अगले वर्ष से 12वीं में सरकारी स्कूल के टॉपर को स्कूटी देने और MP बोर्ड के अलावा सीबीएसई बोर्ड के छात्र छात्राओं को भी लैपटॉप देने का ऐलान किया था। वहीं मेधावी छात्रों को लैपटॉप और स्कूटी देने को लेकर पिछले कई दिनों से विपक्ष ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. पिछले दिनों धार में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने एक छात्रा को स्कूटी भी दी थी। अब मुख्यमंत्री के ऐलान पर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि सरकार को जगाने के लिए मैंने 2 स्कूटी दी हैं,बाकी विधायक भी सांकेतिक तौर पर ऐसा करेंगे। उधर सत्ता पक्ष ने विपक्ष को सियासत नहीं करने की नसीहत दी है।
Face To Face MP: पिछले सत्र के छात्रों को लैपटॉप-स्कूटी नहीं बट पाई है और अगले सत्र की परीक्षाएं सिर पर है। इसके पीछे की वजह कहीं छात्रों को लैपटॉप वितरण में आने वाली राशि का खर्च तो नहीं। अनुमान लगाया जा रहा है कि लाडली बहनों को दी जाने वाली राशि के चलते प्रदेश के छात्रों को लैपटॉप,स्कूटी नहीं मिल पा रही है, क्योंकि राशि का बड़ा हिस्सा लाडली बहनों के खाते में हर महीने सरकार भेज रही है। अब मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद आस लगाए बैठे छात्रों को थोड़ी उम्मीद तो जगी है, लेकिन लैपटॉप-स्कूटी कब मिलेगी यह तारीख तय नहीं है।