कवियत्री रश्मि अग्निहोत्री हुई वृन्दावन में समान्नित, मिला काव्य सागर सम्मान

केशकाल । साहित्य सागर (राष्ट्रीय साहित्यिक संस्था) के पाँचवें साहित्यिक महोत्सव में देशभर के रचनाकारों के साथ ही कोंडागांव जिले की कवयित्री रश्मि अग्निहोत्री भी काव्य सागर सम्मान से सम्मानित हुईं। इस दौरान श्री सत्यम प्रकाशन द्वारा प्रकाशित उनके साझा काव्य संग्रह मेरी कलम का विमोचन भी किया गया।
गौरतलब है कि 21 व 22 दिसम्बर 2019 को ऋषि सत्संग भवन गोपाल खार, परिक्रमा मार्ग, वृन्दावन (उत्तरप्रदेश) में साहित्य सागर, श्री सत्यम प्रकाशन और द वाइस हाऊस के संयुक्त तत्वावधान में साहित्य सागर (राष्ट्रीय साहित्यिक संस्था) का पाँचवां साहित्यिक महोत्सव आयोजित था जिसमें देशभर के रचनाकारों के साथ ही छत्तीसगढ़ प्रदेश के रचनाकारों ने भी भाग लिया। राधा-कृष्ण की नगरी वृन्दावन में आयोजित इस आयोजन में पहले दिन 21 दिसम्बर को सभी ने काव्यपाठ किया और दूसरे दिन 12 साझा संकलनों और 20 एकल पुस्तकों का विमोचन सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम के दौरान सभी को साहित्य सागर के संस्थापक और राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ ऋषि अग्रवाल ने काव्य सागर सम्मान के अंतर्गत प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इससे पहले साहित्य सागर के सह-संचालकों ने सभी रचनाकारों का पुष्पाहार से स्नेहिल स्वागत भी किया।
आयोजन में अन्य रचनाकारों के साथ ही कोंडागांव जिले की जानी-मानी कवयित्री रश्मि अग्निहोत्री भी शामिल हुईं। उन्होंने श्रीकृष्ण की जन्मभूमि में अपनी रचना “मैं बस्तर बोल रहा हूँ!” का पाठ किया जिसमें उनके द्वारा समस्त बस्तर का दर्शन कराया गया। आदिवासी जनजाति, जीवन की विषमताओं और नक्सलवाद जैसी समस्याओं को उन्होंने मंच पर साझा किया। जिसे सुनकर सभी प्रदेशों से आए हुए रचनाकार और उनके परिजन भावुक हो उठे और सुन्दर सार्थक सृजन हेतु सभी ने उन्हें बधाई दी। इस आयोजन में उनके साथ, उनके पति विपिन अग्निहोत्री और बहनोई सुरेन्द्र पांडेय, कोरर सहित रचनाकार दिवाकर चन्द्र त्रिपाठी, श्रीमती साबित्री मिश्रा, श्रीमती वर्षा ठाकुर, श्रीमती अनिता झा, डॉ संध्या शर्मा, गजेन्द्र गिरीश द्विवेदी और अमिताभ कुमार दिवान भी शामिल हुए।
रश्मि अग्निहोत्री के इस उपलब्धि पर जी एस मिश्रा, राजाराम त्रिपाठी, शिप्रा त्रिपाठी, लोकेश गायकवाड़, मृत्युंजय पानिग्राही, DAVMMPS गारका, अग्निहोत्री परिवार एवं आल इंडिया ब्राह्मण संगठन आदि ने उन्हें बधाई दी है।
ज्ञात हो कि पिछले वर्ष भी रश्मि अग्निहोत्री जी इस साहित्यिक राष्ट्रीय आयोजन में राजस्थान के झुंझुनूं में भी शामिल हुई थीं।