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लोग सभी संस्कार भूल गए मात्र विवाह संस्कार ही बाकी रह गया

सबका संदेश न्यूज छत्तीसगढ़ पलारी- शांति नगर बालसमुंद रोड पलारी में चल रही भागवत कथा के पांचवे दिन पं. वासुदेव तिवारी ने समुद्र मंथन, वामन अवतार, हरिशचंद्र कथा, राम अवतार, कृष्ण जन्म कथा सुनाई। वामन भगवान की कथा में कहा कि पवित्र समय भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की द्वादशी के दिन मध्यान्ह काल में माता अदिति के सम्मुख वामन भगवान प्रकट हुए। जब वामन सात वर्ष के थे तब यज्ञोपवित धारण करने का निश्चय किया। यज्ञोपवित की क्रिया से ब्रम्ह संबंध है। जनेउ में हरेक देव की स्थापना की जाती है। लोग यज्ञोपवित संस्कार आदि को नहीं मानते। संस्कार किए बिना जीव शुद्घ नहीं हो पाता। लोग सभी संस्कार भूल गए मात्र विवाह संस्कार ही बाकी रह गया है। संस्कार का लोप होने के कारण अधर्मी और पापी प्रजा उत्पन्ना हो रही है। जनेउ के एक एक धागे से एक एक देवी की प्रतिष्ठा की जाती है।

 

 

 

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