छत्तीसगढ़

सुहेला के तहसील बनने से 30 से 45 किलोमीटर तक की दौड़-भाग बचेगी

   

 

सबका संदेश न्यूज छत्तीसगढ़- रविवार को बिटकुली प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा सुहेला को पूर्ण तहसील का दर्जा देने की घोषणा के साथ ही अंचलवासियों में खुशी की लहर है। क्षेत्र की काफी पुरानी मांग तहसील बनने की खुशी में लोग सोमवार को भी आपस में एक दूसरे को बधाई देते रहे।

गौरतलब है कि क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या सिमगा मुख्यालय तक आवागमन का न होना रहा है। इसके अलावा तहसील मुख्यालय सिमगा न केवल सुहेला से ही 30 किलोमीटर दूर पड़ता है बल्कि तिल्दाबांधा, नेवारी, फुलवारी ,भोथाडीह आदि गांवों से 45 किलोमीटर दूर पड़ता है जहां पर स्वयं का साधन नहीं होने वाले लोगों के लिए दिन भर परेशान होने के बाद वापसी विकट समस्या रही है। मोहरा बरडीह हिरमी कुथरौद आदि गांव के लोगों को तिल्दा पारकर सिमगा जाना पड़ता था

लगभग 22 साल तक रहे उप तहसील मुख्यालय के अंतर्गत 48 आबादी वाले गांव, 2 वीरान गांव, 16 पटवारी हल्के एवं दो राजस्व निरीक्षक मंडल स्थापित है। पूर्ण तहसील का दर्जा मिलने से तहसीलदार नियमित बैठेंगे. स्टाफ भी बढ़ जाएगा और नकल निकालने, ट्रेजरी से संबंधित कार्यों के लिए अब सिमगा नहीं जाना पड़ेगा। आकस्मिक दुर्घटना का मुआवजा आरबीसी 6 के तहत यहीं से मिल जाएगा। कुल मिलाकर राजस्व से संबंधित किसी भी कार्य के लिए किसानों को भटकना नहीं पड़ेगा।

तहसील बनने के बाद पूर्व से प्रस्तावित ब्लॉक मुख्यालय भी बन जाने से राजस्व विभाग के भू पंजीयन कार्यालय, शिक्षा विभाग के बीईओ, पशु चिकित्सालय, स्वास्थ्य विभाग के बीएमओ, विद्युत विभाग के एई, महिला एवं बाल विकास अधिकारी कृषि विभाग के एपीओ उद्यानिकी सहित सभी विभागों के कार्यालय यहां पर धीरे-धीरे स्थापित होंगे। महाविद्यालय खुलने से खासकर उन छात्राओं को जो हायर सेकंडरी के बाद पढ़ाई छोड़ देती थीं, सुविधा मिलेगी। चिकित्सालय खुलने से पशुओं को भी सुविधा मिलेगी।

स्थानीय उप तहसील में नक़ल, क्षतिपूर्ति और ट्रेजरी से संबंधित कार्यों की सुविधा नहीं होने से कार्यालय के कर्मचारी किसानों को तहसील मुख्यालय भेजते थे जिससे किसानों का श्रम समय और आर्थिक नुकसान बढ़ जाता था। सिमगा जाने में दिन भर व्यतीत हो जाता था और किसी कारणवश 1 दिन में काम नहीं हो पाया तो खासकर महिलाओं की परेशानी काफी बढ़ जाता था।

सुहेला. वर्तमान में पंचायत भवन में लगता है उप तहसील कार्यालय।

इस पहल के लिए लोगों ने सीएम का आभार जताया

जिला कांग्रेस के प्रवक्ता अयाज अहमद फारुकी ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष रामखिलावन शर्मा ,सुहेला भाजपा मंडल अध्यक्ष शिव कटारिया ,कलार समाज के भाटापारा मंडलेश्वर प्रेमलाल सिन्हा पूर्व मंडलेश्वर कमलेश जायसवाल जिला कांग्रेस के सचिव सुरेंद्र सिंह ठाकुर अनुपम अग्रवाल भानु प्रताप वर्मा अजय धुरंधर मेहर समाज के सचिव हेमलाल पाटरे दयाराम यदु हिरमी सरपंच रवि अनंत महिला नेत्री उमा अनंत आदि ने सुहेला को तहसील बनाने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रति आभार व्यक्त करते हुए छत्तीसगढ़ मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज अर्जुनी राज के राज प्रधान भुवनेश्वर वर्मा को साधुवाद दिया है जिनकी मांग पर वर्षो से प्रतीक्षित मांग पूरा हुआ है।

1977 से जमीन सुरक्षित कर दी गई थी

गौरतलब है कि 1997 में खुले उप तहसील के लिए ग्रामवासियों ने काफी पहले हिरमी तिगड्डा पर एक एकड़ भूमि तहसील कार्यालय के लिए आरक्षित कर दी है। 2 वर्ष पहले प्रदेश में नए बनने वाले विकासखंड हेतु भी सुहेला का नाम प्रस्तावित था। 2003 में खोले गए भू पंजीयन कैंप को कंप्यूटरीकृत किए जाने तथा तहसील मुख्यालय नहीं होने के कारण बंद कर दिया गया था। तहसील बनने के बाद यहां पर फिर से किसानों को भू पंजीयन की सुविधा मिल जाएगी।

 

 

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