छत्तीसगढ़
लोकार्पण के 2 साल बाद भी नहीं हो सकी डॉक्टरों की नियुक्ति, अब संविदा भर्ती की तैयारी
सबका संदेश न्यूज छत्तीसगढ़- बालोद- छत्तीसगढ़ की पिछली सरकार में मंत्री रहे मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने सितंबर 2017 में 12 करोड़ की लागत से जिले में जच्चा-बच्चा अस्पताल का लोकार्पण किया था। अब तक इस अस्पताल में एक भी डॉक्टरों की नियुक्ति नहीं हुई। सत्ता बदली। नई सरकार आई लेकिन बिना डॉक्टर के यह अस्पताल शो पीस बना हुआ है। यहां के अधिकतर कमरों में सन्नाटा है। सिर्फ शिशु गहन चिकित्सा वार्ड के नाम पर कुछ कमरों का इस्तेमाल हो रहा है। अब इस पूरे अस्पताल को लोगों की सुविधा के लिए दोबारा शुरू करने की तैयारी है।
4 नवंबर तक दे सकेंगे आवेदन
- स्वास्थ्य विभाग व अस्पताल प्रबंधन संविदा व खनिज न्यास निधि से यहां डॉक्टरों की नियुक्ति की तैयारी कर रहा है। अफसरों की मानें तो इसी महीने पूरी नियुक्ति हो जाएगी। आवेदकों से 4 नवंबर तक आवेदन मांगा गया है। विशेषज्ञों के लिए आवेदन नहीं आने पर कहा गया है कि हर सोमवार को उनके लिए साक्षात्कार का आयोजन किया जाएगा। जो भी इच्छुक विशेषज्ञ हैं, वे सीधे सीएमएचओ दफ्तर में आकर इंटरव्यू दे सकते हैं।
- सिविल सर्जन डॉक्टर आरके श्रीमाली ने कहा कि डॉक्टरों की स्थाई नियुक्ति तो हमारे हाथ में नहीं है। यह शासन स्तर का ही मामला है। हम जिला अस्पताल में ही वैकल्पिक रूप से यहां शिशु गहन चिकित्सा वार्ड चला रहे थे। यहां डॉक्टरों व स्टाफ की संविदा भर्ती होगी। जानकारी के मुताबिक जब कांग्रेस की सत्ता आई तो स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने भी रिक्त पदों की जानकारी मंगवाई। लेकिन अब तक कोई स्थाई उपाय नहीं हो सका है।
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