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श्रीरामचरित मानस सार्वकालिक सार्वभौमिक एवं अद्वितीय ग्रंथ-हिमान्शु महाराज


लोरमी-समीपस्थ मानस ग्राम सारधा मे प्रतिवर्षानुसार शरदपूर्णिमा के अवसर पर आयोजित 70वे अखण्ड नवधा मानस सम्मेलन का शुभारंभ भगवान श्रीराम तथा श्रीरामचरित मानस के पूजन और अखण्ड दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।संत तुलसी चौक मानस मंदिर प्रांगण मानस मंच सारधा मे आयोजित सत्तरवी श्रीराम कथा के समापन अवसर पर बोलते हुए कथावाचक डाक्टर सत्यनारायण तिवारी हिमांशु महाराज ने संगीतमय प्रवचन के दौरान संबोधन करते हुए श्रीरामचरित मानस को सार्वकालिक सार्वभौमिक तथा विश्व का अद्वितीय ग्रन्थ बतलाया। उन्होने इस दिव्य ग्रंथ को जीवन संहिता तथा मोक्ष प्रदाता सामान्य जनो के लिए सहज सरल तथा विद्वानो के लिए गहन अध्ययन का विषय निरूपित किया।कथाकार कलाकार और पत्रकार मानस मे समाहित सत्यम शिवम तथा सुन्दरम के प्रतिनिधि है,इसका उन्हे सदैव सकारात्मक ध्यान देने की आवश्यकता है।जीवन के लिए चरित्र निर्माण और जगत का संचालन एवं जगदीश की प्राप्ति प्रेम रूपी महौषधि से संभव है।डाक्टर तिवारी ने वर्तमान समय मे टूटते हुए परिवार को जोड़ने के लिए श्रीरामचरित मानस के चौरासी प्रसंग को महत्वपूर्ण कहा।उन्होने मानस ग्राम सारधा के नवधा रामायण को मुंगेली जिले तथा भगवान श्रीराम के मामा घर छत्तीसगढ का गौरव बतलाया।इसके पूर्व हर्षोल्लास के साथ भगवान श्रीराम लक्ष्मण भगवती सीता की झांकी निकालकर विधिवत स्थापना आचार्य पंडित अनिरुद्ध शुक्ल के द्वारा करायी गयी।अखण्ड पारायण का शुभारंभ पंडित कृष्ण कुमार तिवारी द्वारा की गयी।पंडित अनिरुद्ध शुक्ल ने श्रद्धा और विश्वास को ही जीवन का मूल आधार बतलाया।इस अवसर पर श्री विमलकान्त दुबे पंडित मनहरण तिवारी नीरज तिवारी गणेश शुक्ल, बुधराम चन्द्रसेन, दुखीराम राजपूत, जनकसिह, जलशराम साहू उदयराम चन्द्रसेन बसंत,नीरज तिवारी,द्वारिका,बिष्णु,रघुनाथ साहू ,जलश साहू तितरासिह ,दिलेश्वर ध्रुव, सूचित राजपूत, कमलसिह, जयपाल राजपूत, शेषनारायण राजपूत, रामचन्द्र निषाद, नरेश केशरवानी,बबलू चन्द्रसेन, भगत चन्द्रसेन, सुरेश साहू,नोहरी साहू, कुश अग्रवाल, सुरेश यादव गोकुल सिह रामनाथ आदर्श केशरवानी,पप्पू चन्द्रसेन, नारायण ध्रुव चन्दूलाल राजन उमेदा, जय केसरवानी,रामप्रसाद राजपूत, गोकुल, गणेश यादव सहित मानस समिति के सदस्य तथा सैकड़ो ग्रामवासी उपस्थित थे।उक्त कार्यक्रम मुंगेली जिले ही नही वरन पूरे छत्तीसगढ का इकलौता कार्यक्रम है जो विगत 70वर्षो से प्रतिवर्ष शरद पूर्णिमा की तिथि मे ही प्रारंभ होता है।कार्यक्रम स्थल संत तुलसीचौक मे मानस मंदिर, बरमबाबा मंदिर श्रीराम दरबार व श्रीराधाकृष्ण मंदिर, सिद्ध हनुमान मंदिर, तथा ग्राम मे संगमरमर की अष्टभुजी मा दुर्गा मंदिर, सिद्ध बाबा मंदिर, साधुबाबा मंदिर, ठाकुर देव मंदिर, शीतला मंदिर, भैरव मंदिर एवम बैजूबाबा का मंदिर दर्शनीय है।कार्यक्रम मे डॉक्टर सत्यनारायण तिवारी हिमान्शु महाराज ने प्रभात फेरी से निर्मित मानस मंदिर के जीर्णोद्धार हेतु ग्यारह हजार रूपए देने की घोषणा की।उक्त कार्यक्रम मे पूर्व विधायक तोखन साहू ,जिलापंचायत अध्यक्ष श्रीमती लेखनी चन्द्राकर, जिलापंचायत सदस्य श्रीमती शीलू साहू धनेश साहू सुदर्शन साहू उदेराम साहू पंडित अनिरुद्ध शुक्ल ,बुधराम चन्द्रसेन थानेश्वर साहू तितरासिह राजपूत सहित समस्त ग्रामवासियो ने मानस मंदिर के पुनर्निर्माण मे तन मन और धन से सहयोग देने का संकल्प लिया।

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