कबाड़ का अवैध कारोबार फल- फुल रहा है पुलिस का नही है खौफ Illegal business of junk is flourishing, there is no fear of police
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कबाड़ का अवैध कारोबार फल- फुल रहा है पुलिस का नही है खौफ
राजा ध्रुव। बस्तर/जगदलपुर – शहर के नामी कबाड़ी खुले आम इसका अवैध कारोबार कर रहे है। कोतवाली थाना क्षेत्र के अंतर्गत गणपति रिसेट के आगे खुले आम गाड़ी काटे जा रहे थे इसकी जानकारी कोतवाली पुलिस को दी गई फिर भी कार्यवाही न किया जाना संदेह को जन्म देता है।
बस्तर के पूर्व एसपी दीपक झा ने बस्तर जिले में कबाड़ के अवैध कारोबार पर लगाम लगाया था। उनके ट्रांसफर के बाद कबाड़ का यह अवैध कारोबार पुनः संचालित होना शुरू हो गया है। इन दिनों शहर में कबाड़ का धंधा बेधड़क चल रहा है। परिवहन और पुलिस विभाग से बिना एनओसी लिए पुराने वाहनों की खरीद और बिक्री का अवैध कारोबार खूब फल- फुल रहा है। कई वाहन मालिक लाखों का टैक्स बकाया गाडिय़ों को कबाड़ के भाव बेच देते है। ऐसे में परिवहन विभाग टैक्स वसूली के लिए गाड़ी खोजता रहता और गाडिय़ां स्क्रैप के भाव बिक जाती है। इससे शासन को लाखों रुपए के राजस्व का नुकसान हो रहा है। नियम के मुताबिक हर पुराने वाहन को कबाड़ में बेचने से पहले परिवहन विभाग का रजिस्ट्रेशन निरस्त कराना पड़ता है। कबाडिय़ों द्वारा निर्धारित नियमों का उल्लंघन कर वाहनों की खरीदी-बिक्री कर रहे है। शहर के नामी कबाडिय़ों के ठिकानों पर रोजाना पुराने वाहन काटकर बड़े राज्यों में सप्लाई किया जा रहे है। इसी गोरखधंधे की आड़ में कबाड़ी चोरी की गाडिय़ां भी खरीदकर स्कै्रप बनाकर बेच देते है।पुराने वाहनों को कबाड़ में खरीदी-बिक्री से पहले पुलिस विभाग की एनओसी भी जरुरी होती है। कबाड़ में बेचे जा रहे वाहन पर कोई अपराध तो दर्ज नहीं है इसको लेकर पुलिस एनओसी जारी करती है। कई बार वाहन पर दुर्घटना या अन्य कोई अपराध दर्ज होते है। ऐसे में वाहन को नहीं बेचा जा सकता। कबाड़ी कम कीमत पर ऐसे वाहन खरीदते है और स्क्रैप बनाकर बेच देते है। कबाड़ की आड़ में कई कबाड़ी चोरी के वाहनों की खरीदी-बिक्री का अवैध
कारोबार कर रहे है। कबाडिय़ों द्वारा चोरी के वाहन स्क्रैप कर बेच दिए जाते है। वाहनों को स्क्रैप बनाने के बाद बड़े राज्यों में सप्लाई कर दी जाती है। इस नामी कबाड़ी कारोबारी द्वारा प्रतिदिन लाखों रुपए का अवैध कबाड़ खपाया जाता है।कबाडिय़ों की रूटीन जांच न होने से अवैध कारोबार बेखौफ संचालित किया जा रहा है।