छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

कबाड़ से जुगाड़ वाला विंडो बना आजीविका का साधन स्वसहायता समूह की आय का जरिया बना विंडो

दुर्ग। नगर पालिक निगम शहर में स्व सहायता समूह को आजीविका से जोडऩे हेतु विंडो वाहन का संचालन किया जा रहा है विंडो  का संचालन वार्ड क्रमांक 56 के महिला शक्ति क्षेत्र स्तरीय संगठन द्वारा किया जा रहा है बताते चलें कि डे- एनयूएलएम दुर्ग  द्वारा गठित स्व सहायता समूह द्वारा वेस्ट टू बेस्ट सामग्री बनाई जा रही है जिसके लिए नगर पालिक निगम दुर्ग द्वारा रॉ सामग्री समूहों को उपलब्ध कराया जा रहा है

जिसे स्व सहायता समूहों द्वारा कपड़े से थैला, पायदान , बैग आदि बनाया जा रहा है साथ ही कंपोस्ट खाद, गमला, अगरबत्ती फिनायल , टेबल लैंप , वॉल हैंगिंग तथा सजावटी सामान तैयार कर विंडो में दिया जा रहा है जिसे  विंडो द्वारा अलग-अलग वार्डों में समूह की महिलाओं द्वारा बेचा जा रहा है।

शुरुआत से ही विंडो को लोगों का अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है अभी विंडो द्वारा सामग्री बेचने वाले समूह तक का रोज का बिक्री कर रहे हैं। जहां एक और कबाड़ से जुगाड़ का नवाचार है  वहीं  सामग्री से सामान तैयार करने वाले समूह की महिलाओं को रोजगार से जोडऩे का अच्छा साधन  मिल गया है

जिससे समूह की महिलाओं की आमदनी बढ़ी है वहीं  विंडो वाहन चलाने वाले क्षेत्र स्तरीय  संगठन से जुड़ी महिलाओं को भी रोजगार मिल गया है विंडो से शहर के स्व सहायता समूहों को रोजगार मिला है इसे देखते हुए कई समूह  जो किसी भी प्रकार का काम नहीं कर रहे थे वे भी अब प्रेरित होकर सामग्री तैयार करने लगे हैं।

राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के प्रबंधक श्री मुक्तेश कान्हे ने बताया कि वर्तमान में जय बूढ़ादेव स्व सहायता समूह सजावटी कलश बना रहा है।, मां कर्मा स्व सहायता समूह पैरदान, तकिया कवर बना रहा है।, राधा कृष्ण स्व सहायता समूह पैरदान बना रहा है।,

महालक्ष्मी स्व सहायता समूह पैरदान बना रहा है।श्री राजलक्ष्मी स्व सहायता समूह पेपर आर्ट और पिंजरा बना रहा है।ओम लक्ष्मी स्व सहायता समूह झूमर और पैरदान बना रहा है।,  जीविका स्व सहायता समूह  पूजा थाली और डॉल बना रहा है।वैभवी स्व सहायता समूह स्कूल बैग बना रहा है। गौरी स्व सहायता समूह पैरदान और झूमर बना रहा है।साईं कृष्णा स्व सहायता समूह पेन स्टैंड बना रहा है।

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