पानी सप्लाई में बार-बार रुकावट, 6 मे से 3 पम्प है खराब विधायक वोरा ने विभागीय अफसरों पर जताई कड़ी नाराजगी

दुर्ग। शहर की पानी सप्लाई व्यवस्था में लापरवाही का पता चलने पर वरिष्ठ कांग्रेस विधायक अरुण वोरा और महापौर धीरज बाकलीवाल ने आज नगर निगम के जल कार्य विभाग के अफसरों पर जमकर नाराजगी जताई है। विधायक और महापौर ने कहा है कि शहर की पानी सप्लाई व्यवस्था में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। फेज टू योजना के बाद अब अमृत मिशन प्रोजेक्ट पूर्णता की ओर है। इसके बावजूद शहर में पानी सप्लाई में बार-बार रुकावट आने की नौबत नहीं आना चाहिए। लापरवाही बरतने पर जिम्मेदारी तय की जाएगी और उसी के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। शहर के दर्जन भर वार्डों में पिछले तीन.चार दिनों से पानी की सप्लाई नियमित रूप से नहीं हो रही है।
इन वार्डों में कई बार नल नहीं खुलते या नल खुलने पर लोगों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पाता है। नल से पानी न मिलने की समस्या के कारण विधायक और महापौर के पास लगातार शिकायतें आ रही हैं। लगातार शिकायतें मिलने के कारण आज विधायक और महापौर ने शिवनाथ नदी पंप हाउस का निरीक्षण किया। इस दौरान पूर्व महापौर शंकरलाल ताम्रकार, जल कार्य प्रभारी संजय कोहले, एमआईसी मेंबर हमीद खोखर, ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष अलताफ अहमद, अजय मिश्रा, राजकुमार पाली सहित अन्य कांग्रेस नेता मौजूद थे।
यहां पहुंचने पर पता चला कि पंप हाउस में 6 में से 3 मोटर पंप खराब हैं। इस संबंध में अधिकारियों से जानकारी लेने पर पता चला कि मेंटेनेंस कार्य की स्वीकृति नहीं हो पाने के कारण काम रुका है। विधायक और महापौर ने इस संबंध में निगम कमिश्नर हरेश मंडावी से फोन कर इस मामले की जानकारी दी। विधायक वोरा ने कहा कि 6 में से 3 मोटर पंप खराब होना दुर्भाग्यजनक है। आयुक्त स्वयं पानी सप्लाई व्यवस्था की मॉनिटरिंग करें और पानी का संकट न होने देने के लिए नियमित रूप से मेंटेनेंस आदि के कार्य कराएं। पानी सप्लाई बेहद आवश्यक सेवा है। यह व्यवस्था दुरुस्त रहनी चाहिए।
आम जनता को पानी के लिए परेशान होने देने की नौबत नहीं आनी चाहिए। हर हाल में पानी सप्लाई व्यवस्था बहाल रहनी चाहिए। महापौर धीरज बाकलीवाल ने नाराजगी जताते हुए कड़े शब्दों में कहा है कि छोटे.मोटे कार्यों के लिए फाइलें रोकना या लापरवाही करना गलत है। पानी सप्लाई के लिए मोटर पंप आदि के मेंटेनेंस के लिए एक-एक माह तक फाइल रोकने की बजाय तत्काल स्वीकृति लेकर मेंटेनेंस कार्य शुरू कराया जाना चाहिए।
भविष्य में इस तरह की अव्यवस्था बर्दाश्त नहीं की जाएगी। महापौर ने साफ कहा है कि शहर में पानी सप्लाई जैसी जरूरी सेवा में लापरवाही का पता चलने पर जिम्मेदारी तय करते हुए सीधी कार्रवाई की जाएगी।