*बेमेतरा ज़िलाक्षेत्र में अफसरो की नाकामी से यातायात नियम की उड़ाई जा रही धज्जियां, नाबालिग दौड़ा रहे वाहन तो नम्बर प्लेटों से हो रहा छेड़छाड़*

*बेमेतरा:-* ज़िला मुख्यालय सहित पूरे जिलेभर में आरटीओ विभाग की उदासीनता एवं निष्क्रियता का नज़ारा इन दिनों पर स्प्ष्ट रूप से दिखाई देने लगा है। लिहाजा आम लोगों एवं राहगीरों के लिए सड़क यातायात एवं परिवहन सम्बंधित नियम कानून का तोड़ना आम बात बन गया है। जिसके फलस्वरूप इन दिनों आरटीओ विभाग की कार्यशैली चर्चे का विषय बन गया है। जिम्मेदार अफसरों की नाकामी ज़िला प्रशासन के सिरदर्द बन रहा है। देखा जाये तो सड़क मार्ग पर यातायात एवं परिवहन व्यवस्था को दुरुस्त एवं निगरानी के लिए बना विभाग सिर्फ ज़िला मुख्यालय के सिग्नल चौक तक सीमित है। जिसके चलते आरटीओ विभाग पर सवालिया निशान उठ रहा है।
*नाबालिग बच्चे बेखौफ दौड़ा रहे वाहन*
दरअसल आरटीओ विभाग की नाकामी व निष्क्रियता का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है, कि ज़िलाक्षेत्र के कई इलाकों में सैकड़ो नाबालिग बच्चे पढ़ने की उम्र में रोजाना बेखौफ होकर खुलेआम वाहन दौड़ा रहे है, जो कि नियमतः गलत होने के साथ खतरनाक व जानलेवा है। इसके बावजूद जिम्मेदार आला अफसर जागरूक एवं नियम उल्लंघन पर कार्यवाही करने में नाकाम है।
*वाहनों के नम्बर प्लेट से छेड़छाड़ कर शासन-प्रशासन को दे रहे चकमा*
फिलहाल ज़िलाक्षेत्र में इन दिनों वाहनों की नम्बर प्लेटों से छेड़छाड़ का मामला सामने आ रहा है। जिसमे प्रशासनकर्मी से लेकर जनप्रतिनिधियों तक आरटीओ विभाग के नियम क़ायदों की धज्जियां उड़ा रहे है। जिसमें युवा वर्ग द्वारा नम्बर प्लेट में नम्बरों की अक्षरों, मात्राओं, अंको एवं लिखावट पर छेड़छाड़ किया जा रहा है।वही प्रशासनिक एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा अपने पदनामों को शो कराने के चक्कर मे नम्बर का आकार छोटा कर शासन-प्रशासन की ही फजीहत करा रहे है। जो कि बड़ा चुनौतीपूर्ण विषय है।
*नियम व कानून की धज्जियां उड़ाने पर कार्यवाही नही*
बरहहाल यातायात एवं परिवहन के क्षेत्र में अनेकों नियम कानून बनाये गए है, जिसके परिपालन मे यातायात पुलिस के साथ ज़िला विभागीय अफसर में लगी रहती है। जो आम जनता की नज़रों में सिर्फ एक दो जगहों पर दिखाई पड़ते है जिससे कार्यवाही नही होने से नियम कानून का उल्लंघन आम बात बन गया है।
*जागरूकता के लिए चलाए जा रहे अभियान का कोई फायदा नही*
जबकि अवगत हो कि जिलेभर में यातायात पुलिस विभाग की ओर से सड़क पर यातायात एवं परिवहन के नियम कानून को लेकर जागरूकता कार्यक्रम निरन्तर चलाए जा रहे है। इसके बावजूद इसका कोई फायदा जमीन पर दिखाई पर रहा है। जिस पर गम्भीरता से विचार करने की जरूरत है।
*बढ़ते सड़क हादसों के लिए आरटीओ विभाग जिम्मेदार*
चूंकि समुचे ज़िलाक्षेत्र मे विगत कुछ वर्षों से साल दर साल सड़क हादसों एवं दुर्घटनाओं के काफी बढ़ोतरी देखी जा रही है। जिसमे काफी लोगों को अपनी जान से हाथ भी धोना पड़ रहा है। जिसके लिए विभाग एवं उसके अफ़सर जिम्मेदार है। क्योंकि इनकी निष्क्रियता एवं उदासीनता के चलते सड़क दुर्घटना काफी बढ़ रही है जो गम्भीर है।