कॉलेज और स्कूल को ऑफलाइन प्रारंभ करने की मांग को लेकर ABVP बेमेतरा ने सौंपा ज्ञापन
छत्तीसगढ़ बेमेतरा :-
कोविड -19 महामारी के चलते पिछले सत्र के अंतिम समय से ही सभी शिक्षण संस्थान बंद पड़े हैं लगभग सभी संस्थानों ने अपनी अपनी क्षमता के अनुसार ऑनलाइन शिक्षण जारी रखे हैं यद्यपि ऑनलाइन माध्यमों से शिक्षण प्रभावी नहीं हो सकता समय एवं परिस्थितियों के कारण इसे अपनाना पड़ा किंतु हमारे संस्थान तो संसाधन विहीन हैं उस पर सत्र आरंभ ना होने से अतिथि व्याख्याताओं की नियुक्ति भी नहीं होने के कारण शिक्षकों की कमी बन रही है इसके चलते जिले के लगभग सभी महाविद्यालय ऐसी कक्षा चल रही है जिनमें कुछ विषयों की तो अब तक एक भी कक्षा नहीं हो सकी हैं और अब शासन द्वारा ऑफलाइन प्रारंभिक परीक्षा आयोजित किए जाने के निर्णय के बाद विद्यार्थियों की चिंता बना स्वभाविक है उक्त समस्याओं पर विचार करने के उपरांत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का यह मत है कि हमारे कुछ पड़ोसी राज्य जैसे मध्य प्रदेश आदि की तरह अब हमारे प्रदेश में भी शैक्षणिक परीक्षाओं में प्रत्यक्ष उपस्थिति के साथ-साथ अध्ययन अध्यापन प्रारंभ किए जाने चाहिए अतः जिले के सभी संस्थानों को एक स्थान नहीं सही परंतु क्रमबद्ध रूप से खोलने तथा शेष सत्रावधि हेतु शिक्षकों के रिक्त पदों पर नैमित्तिक नियुक्त करने की व्यवस्था करें !ताकि जिले के विद्यार्थी पुणे परिसरों के उत्साहजनक वातावरण में अपने अध्ययन को गति प्रदान कर सकें उक्त विषय पर अभाविप नगरमंत्री दुर्गेश वर्मा ने कहा कि बेमेतरा जिला के शैक्षणिक गतिविधि में ग्रामीण स्तर के विद्यार्थी ज्यादातर जुड़े हुए हैं व स्कूल कॉलेज बन्द होने के कारण आर्थिक स्थिति से जूझ रहे विद्यार्थी कृषि कार्य जैसे अन्य और क्षेत्रों में लग जाते हैं जिसे उनके विद्यार्थी जीवन का वही अंत होना स्वभाविक है
उक्त विषय को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इकाई बेमेतरा ने संयुक्त कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए शैक्षणिक संस्थाओं में प्रत्यक्ष उपस्थिति के साथ अध्ययन अध्यापन शुरू करने की मांग किया
इस अवसर पर अभाविप दुर्ग विभाग विभाग संयोजक मनोज वैष्णव जी नगर सह मंत्री रौनक चावला, महाविद्यालय प्रमुख पुण्यांश बक्सी ,पोषण वर्मा ,उर्वसी , पारश माथुर ,नाशिक सहित अभाविप बेमेंतरा के कार्यकर्ता उपस्थित रहे