रिसाली निगम और जामुल पालिका क्षेत्र में बढ़ी चुनावी हलचल: Risali Nigam and Jamul Palika area witness increased electoral movement
मतदाता सूची का हुआ प्रारंभिक प्रकाशन,9 मार्च तक मंगाया गया दावा आपत्ति
भिलाई। आरक्षण के बाद रिसाली निगम और जामुल पालिका में शुरू हो गई है, इसके लिए चुनाव के लिए इन दोनों निकायों के मतदाता सूची का प्रारंभिक प्रकाशन कर दिया गया। मतदाता सूची में दावा आपत्ति 9 मार्च तक प्राप्त की जाएगी। दावा आपत्तियों के निराकरण के बाद 26 मार्च को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन कर दिया जाएगा।
नगर निगम रिसाली और नगर पालिका जामुल में चुनावी हलचल आज से बढ़ गई है। दोनों ही निकायों के वार्डों का आरक्षण कुछ दिन पहले तय किया जा चुका है। अब आज से मताता सूची का प्रारंभिक प्रकाशन कर दावा आपत्ति आमंत्रित करते ही पार्षद पद के दावेदारों सहित कांग्रेस और भाजपा संगठन की सक्रियता दिखने लगी है। इस बार मतदाता सूची में नाम जोडऩे के नियम में संशोधन किया गया है। अब दावे आपत्तियों के आवेदन प्रारुप क, ख व ग के साथ क्र-1 में भी प्राप्त किए जाएंगे। प्रारुप क, ख व ग में आवेदन प्रस्तुत करने की प्रक्रिया आंशिक संशोधन के साथ पहले की तरह है। लेकिन यह जरुरी होगा कि आवेदन करने वाले व्यक्ति का नाम संबंधित नगरीय निकाय क्षेत्र के विधानसभा की 1 जनवरी 2021 की प्रचलित मतदाता सूची में दर्ज हो।
निर्वाचन आयोग के मुताबिक मतदाता सूची के आज किए गए प्रारंभिक प्रकाशन के बाद रिसाली निगम व जामुल पालिका क्षेत्र के प्रत्येक बूथ पर 9 मार्च तक दावा आपत्ति प्राप्त किए जाएंगे। वहीं एक मार्च के बाद यदि कोई मतदाता नगर निगम अथवा नगर पालिका से संबंधित विधानसभा की निर्वाचन नामावली में अपना नाम दर्ज करवा लेता है तो उसे निकाय की निर्वाचन नामावली में अपना नाम दर्ज कराने के लिए प्रारुप क्र-1 में आवश्यक दस्तावेज के साथ रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (नगर पालिका) को आवेदन करना होगा। इसके बाद दावा आपत्तियों का निराकरण कर 26 मार्च को दोनों निकायों के मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन किया जाएगा।
वोट बैंक बढ़ाने में जुटे दावेदार
मतदाता सूची का प्रारंभिक प्रकाशन होते ही दोनो निकाय के पार्षद चुनाव लडऩे की तैयारी कर रहे दावेदारों की सक्रियता तेज हो गई है। चुनाव में बतौर प्रत्याशी पात्रता के लिए दावेदार मतदाता सूची में अपना नाम देख रहे हैं। वहीं वोट बैंक बढ़ाने के उद्देश्य से पछले दिनों बनी विधानसभा के मतदाता सूची में नाम दर्ज करा चुके नये मतदाताओं से निकाय की मतदाता सूची में नाम जुडवाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इस कार्य को कांग्रेस और भाजपा संगठन के पदाधिकारी भी करने में जुट गए हैं।
भिलाई व चरोदा में गतिविधि नहीं
भिलाई और भिलाई-चरोदा नगर निगम में मतदाता सूची पुनरीक्षण का कार्य फिलहाल शुरू नहीं हो सका है। भिलाई निगम के वार्ड परिसीमन का मामला अभी उच्च न्यायालय से फैसले के इंतजार में है। वहीं भिलाई- चरोदा निगम के वर्तमान निर्वाचित परिषद का कार्यकाल अभी लगभग साल भर शेष है। संभवत: इन्ही कारणों से राज्य निर्वाचन आयोग ने इन दोनों निगम को चुनावी तैयारी के लिहाज से मतदाता सूची पुनरीक्षण का कार्य में शामिल नहीं किया है।