छत्तीसगढ़
आदिवासी संस्कृतियों को संरक्षण हेतु अभिलेखीकरण संबंधी कार्यशाला संपन्न
आदिवासी संस्कृतियों को संरक्षण हेतु अभिलेखीकरण संबंधी कार्यशाला संपन्न
नारायणपुर 27 जनवरी 2021- जिले के विशाल आदिवासी समृद्ध संस्कृतियों को संरक्षण हेतु अभिलेखीकरण हेतु आज जिला पंचायत के सभाकक्ष में समाज प्रमुखों के साथ आदिवासी संस्कृति संरक्षण हेतु अभिलेकी करण हेतु बैठक का आयोंजन किया गया। बैठक में संभागयुक्त श्री जी.आर. चुरेन्द्र के नेतृत्व में नारायणपुर जिले के विभिन्न समाज प्रमुखों से विस्तारित चर्चा की गयी। जिसमें बस्तर संभाग में निवासरत जनजातियों के नाम, सामाजिक ताना-बाना का अभिलेखीकरण, धार्मिक स्थिति का अभिलेखीकरण, शारीरिक बनावट एवं निवास का अभिलेखीकरण, बस्तर संभाग की समृद्धि साहित्य परंपरा का अभिलेखीकरण, बस्तर संभाग की कौशल कला शिल्पकला का अभिलेखीकरण, बस्तर की संस्कतिक परम्परा की अभिलेखीकरण, गीत परम्परा का अभिलेखीकरण, बस्तर संभाग के मेले/जात्रा/आदि का अभिलेखीकरण, बस्तर के पुरातात्विक संपदा का अभिलेखीकरण, बस्तर के पर्यटन स्थानों का अभिलेखीकरण आदि विषयों पर चर्चा की गयी। अभिलेकीकरण कार्य को विकासखण्ड स्तर पर समिति बनाकर समाज प्रमुखों के नेतृत्व में किये जाने पर चर्चा की गयी। आदिवासी संस्कृति संरक्षण हेतु अभिलेकीकरण कार्य की जानकारी श्री अखिलेश मिश्रा द्वारा दिया गया। साथ ही आयुक्त महोदय द्वारा प्रेषित संकल्प पत्र का वाचन श्री सिदार (डिप्टी कमिश्नर) द्वारा किया गया। इस अवसर पर सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्री के.एस. मसराम सहित जिले के आदिवासी समाज के समाज प्रमुख एवं उनके प्रतिनिधि उपस्थित थे।