15 सालों तक किसानों से छल करने वाली भाजपा आंदोलन के बजाय किसानों का दे हिसाब: Instead of BJP movement deceiving farmers for 15 years, farmers gave their accounts
जिला कांग्रेस कमेटी ने भाजपा के आंदोलन पर उठाए सवाल
भिलाई। जिला कांग्रेस कमेटी की जिलाध्यक्ष श्रीमती तुलसी साहू एवं जिला प्रभारी एवं कार्यसमिति सदस्य छत्तीसगढ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के लालजी चंद्रवंशी ने भाजपा के आंदोलन पर पत्रकार वार्ता में सवाल उठाते हुए कहा कि भाजपा अपने पन्द्रह साल क ेशासनकाल में बोनस, धान खरीदी से लेकर कई मामलों में किसानों के साथ छल की है। भाजपा आंदोलन के बजाय किसानों का हिसाब दे। इन्होंने धान खरीदी के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी द्वारा किए जा रहे आंदोलन को गलत बताते हुए कांग्रेस सरकार की उपलब्धियां गिनाई। जिला प्रभारी एवं कार्यसमिति सदस्य लालजी चंद्रवंशी व जिला कांग्रेस कमेटी भिलाई की अध्यक्ष श्रीमती तुलसी सहू ने संयुक्त रुप से बताया कि भाजपा ने अपने 15 साल के शासन काल में केवल किसानों से छल किया है किसानों से किया गया कोई भी वादा भाजपा सरकार ने नहीं निभाया ना तो उन्होंने इक्कीस 2100 समर्थन मूल्य नहीं दिया ना ही 300 बोनस दिया।
श्री चंद्रवंशी और श्रीमती तुलसी साहू ने बताया कि कांग्रेस की सरकार बनते ही किसानों व गरीबों के हित में काम करना शुरू किया। भाजपा सरकार ने 15 वर्षों में केवल 259 करोड रुपए ऋण माफ किया था वही कांग्रेस की सरकार ने 2 माह के भीतर ही 11270 करोड रुपए का ऋण माफ किया। केंद्र की मोदी सरकार ने 2019 के बजट में 5 एकड़ के किसानों को 6000 सालाना देने की यह किसानों का सम्मान नहीं है किसानों का अपमान है। किसानों को 6000 रुपए का सम्मान देकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों के परिवारों का माखौल उड़ा रहे हैं। मोदी सरकार की किसान विरोधी नीतियों का कांग्रेस हमेशा विरोध करती आई है और आगे भी करती रहेगी।
उन्होंने आगे बताया कि प्रदेश में अब तक रिकॉर्ड स्तर पर धान खरीदी हुई है। प्रदेश के भाजपा नेताओं को केंद्र सरकार के कृषि कानूनों पर विश्वास नहीं है इसलिए यहां के नेताओं ने भी प्रदेश में धान बेचा है और लाखों रुपए भुगतान भी पाया है। जिला कांग्रेस कमेटी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जिले के भाजपा नेताओं की सूची भी जारी की जिसमें उन नेताओं के नाम व उनके द्वारा भेजे गए धान की मात्रा का विवरण है। इन्होंने भाजपा शासन काल में महत्वपूर्ण घोटाला धान और घोटाला नान, रहा है। इन लोगों ने भाजपा नेताओं से कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार के किसान विरोधी कानूनों पर हिसाब दे, भाजपा के लोकसभा चुनाव के घोषणा पत्रों में 2022 में आय दुगनी करने और स्वामिनाथन कमेटी की रिपोर्ट लागू करने जैसे वादों का हिसाब दे, राज्य में 15 साल किसानों के साथ हुये अन्याय एवं भेदभाव का हिसाब दे, 15 साल में हुयी किसान आत्महत्याओं का हिसाब दे। 15 सालों में छत्तीसगढ़ में हुयी किसानों से धोखाधड़ी और वादाखिलाफी का हिसाब दे, भाजपा के 15 साल में छत्तीसगढ़ में किसानों से किये गया छल, छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार की 15 साल में की गयी धोखाधड़ी एक-एक दाना धान खरीद। 5 हासपावर पंपो की मुफ्त बिजली,2100 रू. समर्थन मूल्य 300 रू. बोनस, किसान आत्म हत्याओं पर संवेदना शून्य बनी रही भाजपा सरकार।
केन्द्र की भाजपा सरकार ने भी किसानों के साथ धोखाधड़ी की है। केन्द्र सरकार के काले कृषि कानून के माध्यम से 2022 में आय दुगनी करने का कोई रोड मैप नहीं,स्वामिनाथन कमेटी लागू नहीं – मापदंड बदल दिये, किसान कानून – 1 – प्राईवेट मंडी, किसान कानून – 2 – कान्टेक्टफार्मिंग, किसान कानून – 3 – बड़े जमाखोरों और बड़े मुनाफाखोरो को खुली छूट। छत्तीसगढ़ के भाजपा नेताओं को केन्द्र सरकार के किसान कानूनों पर विश्वास नहीं है। न किसी भी भाजपा नेता को प्राईवेट मंडी में बेचा न किसी अन्य राज्य में बेचने गये। चूंकि जिलास्तर का आंदोलन है। 28 जिलों के प्रमुख भाजपा नेताओं की धान बिक्री का विवरण जारी कर रहे है। भाजपा प्रभारी डी पुरंदेश्वर से कांग्रेस की चुनौती भाजपा शासित राज्यों में किसानों को धान का दाम और धान खरीदी की स्थिति की जानकारी सार्वजनिक करें। आंदोलन करने का इतना ही शोक है। तो भाजपा नेता दिल्ली जाये। छत्तीसगढ़ की धान खरीदी में धान बेचने वाले भाजपा नेताओं को धान खरीदी पर आंदोलन में शामिल होने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
किसान सम्मान निधि नही है सम्मान भाजपा करती है किसानों का अपमान*
किसानों को अनुदान नहीं है उनका सच्चा सम्मान,किसान चाहते है अपनी फसल का सही दाम, 3 रू. प्रतिदिन और वह भी कुछ ही परिवारों को, नहीं है मजदूर किसानों का सही सम्मान,
छत्तीसगढ़ सरकार ने किया है किसानों का सही सम्मान
लाखों किसानों के 11270 करोड़ रूपये की ऋण माफी। 5000 करोड़ रूपये व्यवसायिक बैंकों का सम्मिलित,धान खरीदी रिकार्ड 80 लाख टन से अधिक। 2500/रूपये प्रति क्विंटल की दर से/समर्थन मूल्य 1750/- प्रति क्विंटल से 750 प्रति क्विंटल अधिक कुल लाभ – 8 करोड़ क्विंटल 750/- 6000 करोड़ का अतिरिक्त लाभ।प्रति एकड़ किसानों को 28250 रूपये का लाभ।
राहुल गांधी द्वारा जो न्यूनतम बेसिक आय योजना लागू करने का वादा किया है, उस योजना में इन सभी कमियों को दूर करके सबसे गरीब वर्ग के हितों को संरक्षित किया गया है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की गड़बडिय़ों ने पहले ही इस सरकार की किसानों के प्रति सोच उजागर कर दी है। भाजपा ने 2014 के घोषणा पत्र में किसानों को फसल के लागत एवं समर्थन मूल्य पर 50 प्रतिशत का वायदा किया था। उसे पूरा किया नहीं।
पत्रकारवार्ता में विधायक देवेन्द्र यादव, पूर्व साडा उपाध्यक्ष बृजमोहन सिंह, कांग्रेस सचिव अरूण सिंह सिसोदिया,मनीष जग्यासी, राजेश शर्मा, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष 5 श्रीमती साहू, जानकी देवी सहित बड़ी संख्या मे ंकांग्रेसी उपस्थित थे।