यूनियन नेता पर हमले से आक्रोश, प्रबंधन के खिलाफ बोरिया गेट किया जाम
भिलाई – ठेकेदारों के खिलाफ आवाज उठाना बीएसपी के श्रमिक नेता को महंगा पड़ गया । मंगलवार सुबह उस पर जानलेवा हमला कर दिया गया जब श्रमिक सयंत्र जा रहा था । नकाबपोश हमलावरों के धारदार हथियार से लहूलुहान श्रमिक नेता सड़क पर गिर पड़ा वहीं आरोपी भाग खड़े हुए । भिलाई में हुई इस घटना से बीएसपी कर्मी एवं यूनियनों में आक्रोश की स्थिति पैदा हो गई है । सीटू ने बीएसपी के ठेकेदारों को भ्रष्ट बताते हुए इस घटना के लिए जिम्मेदार बताया । आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर गृहमंत्री, विधायक, कलेक्टर व एसपी को ज्ञापन सौंपा है । यूनियन ने घटना के विरोध में बोरिया गेट जाम करने का निर्णय लिया ।
बीएसपी कर्मी एवं हिन्दुस्तान इस्पात ठेका श्रमिक यूनियन सीटू के महासचिव योगेश सोनी सुबह ड्यूटी जाने के दौरान बाइक सवार दो आरोपियों ने हमला किया। घटना के समय दोनों आरोपियों ने चेहरे पर कपड़ा बांधा था। घटना के समय सड़क सुनसान थी। इसी का फायदा हमलावरों ने उठाया । घटना के फौरन बाद लहूलुहान योगेश सोनी ने सीटू के महासचिव डीवीएस रेड्डी को फोन पर जानकारी दी । बताया कि वह मेन मेडिकल पोस्ट जा रहा है ।
सीटू यूनियन ने घटना के विरोध में प्रातः से ही श्रमिक संगठनो ने बोरिया गेट को जाम कर दिया जिससे कुछ समय के लिए भरी अववस्था की स्थिति निर्मित हो गई, और कुछ झडपे भी हुई जिसके लिए सीआईएसएफ को मोर्चा संभालना पड़ा, हलाकि जो श्रमिक काम पर आये थे उन्हें गेट के अन्दर करने के लिए मसक्कत भी करनी पड़ी, यहाँ तक की सयंत्र के दुसरे गेट से भेजने के लिए आई आर विभाग की टीम लगी रही लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ और श्रमिक देर तक डटे रहे, इस बीच यूनियन के नेता अपना विरोध प्रदर्शन करते हुए पुलिस अधीक्षक प्रखर पाण्डेय से मिलकर बीएसपी के मान्यता प्राप्त यूनियन के पदाधिकारियों ने कहा की हमला किसने और किसके इशारे पर किया गया इसकी जांच होनी चाहिए, इसपर एसपी श्री पाण्डेय ने कहा की इस मामले में जांच जारी है, और दोषी बक्शे नहीं जायेंगे वह स्वंम इस मामले की मोनिटरिंग कर रहे है, इस बीच भिलाई नगर थाना प्रभारी प्रमिला मांडवी टेकाम को लाइन अटेच कर दिया गया है, बताया जा रहा है की क्षेत्र में लगातार बढ़ते अपराधों पर नियंत्रण ना होने से एसपी श्री पाण्डेय यह निर्णय लिया, ज्ञात हो की एसपी ने पहले ही अपने अधिकारीयों को चेतावनी दी थी, उसके बाद भी वारदातों में कोई कमी नहीं आई !