छत्तीसगढ़

मृत्यु को जान करके भी परीक्षित सशंकित नहीं हुआ- राजेश्री महन्त जी*

– मृत्यु को जान करके भी परीक्षित सशंकित नहीं हुआ- राजेश्री महन्त जी*

*श्रीमद्भागवत गीता हमें अपने जीवन में समय का सदुपयोग करना सिखाती है*

*ग्राम बोड़तरा के गौठान का भी किया निरीक्षण*

कुण्डा। मृत्यु का भय इस जगत में किसको नहीं होता किंतु जिन्हें अपने जीवन में भगवत भक्ति प्राप्त हो जाती है वे मृत्यु के भय से भी कभी चिंतित नहीं हुआ करते हैं राजा परीक्षित को जब यह ज्ञात हुआ कि सात दिवस के पश्चात उसकी मृत्यु हो जाएगी, मृत्यु की जानकारी होने के पश्चात भी वह सशंकित नहीं हुए यह बातें श्री दूधाधारी मठ पीठाधीश्वर राजेश्री डॉक्टर महन्त रामसुन्दर दास जी महाराज अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य गौ सेवा आयोग ने ग्राम कुंडा के राधा कृष्ण मंदिर में आयोजित श्रीमद् भागवत महापुराण में उपस्थित श्रोताओं को अपना आशीर्वचन प्रदान करते हुए अभिव्यक्त किया विदित हो कि राजेश्री महन्त जी महाराज अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य गौ सेवा आयोग अपने एक दिवसीय प्रवास पर कवर्धा जिले के विकासखंड पंडरिया के अंतर्गत स्थित ग्राम बोड़तरा के गौठान निरीक्षण में शामिल होने के लिए उपस्थित हुए थे उन्होंने गौठान के विधिवत निरीक्षण के पश्चात वहां सुधार कार्य के लिए आवश्यक निर्देश दिया गौठान संचालन समिति के सभी सदस्यों से वार्तालाप की तत्पश्चात वे कुंडाग्राम के लिए रवाना हुए ग्राम वासियों ने अत्यधिक आत्मीयता पूर्वक भजन कीर्तन के साथ उनका हार्दिक अभिनंदन किया भागवत ज्ञान यज्ञ में उपस्थित होकर उन्होंने व्यासपीठ का सम्मान किया व्यास पीठ पर विराजित आचार्य हेमंत दास जी ने व्यासपीठ से उनका अभिनंदन किया। भागवत कथा के श्रोताओं को अपना आशीर्वचन प्रदान करते हुए राजेश्री महन्त जी महाराज ने कहा कि श्रीमद् भागवत महापुराण हमें अपने जीवन में समय का सदुपयोग करना सिखाती है राजा परीक्षित को अपनी मृत्यु के समाचार प्राप्त होने के पश्चात उसने जीवन के एक-एक क्षण का सदुपयोग भगवत भक्ति की प्राप्ति के लिए किया यही जीवन का मूल उद्देश्य भी है हम सब को किसी न किसी दिन इस संसार से चले जाना है इसलिए हमें निरंतर अपने जीवन के बचे हुए समय का सदुपयोग करते हुए भगवत नाम संकीर्तन करते रहना चाहिए। हम राम कथा को अपने जीवन में आत्मसात कर सकते हैं किंतु श्रीमद्भागवत महापुराण से हमें प्रेरणा लेना होगा। लोगों को क्षेत्रीय विधायक श्रीमती ममता चंद्राकर ने भी संबोधित किया, श्रीमती उर्वशी मिश्रा ने महाराज जी के सम्मान में तोरा मन दर्पण कहलाए भजन गाकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। इस आयोजन में विशेष रुप से वरिष्ठ कांग्रेस नेता मुकुंद माधव कश्यप, ईश्वर दास वैष्णव, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नीलकंठ चंद्रवंशी, लुकेश्वर साहू ,आकाश केसरवानी, लक्ष्मण चंद्रवंशी, तारा दिवाकर ,राधेलाल चंद्राकर ,विजय चंद्राकर, जीतेंद्र दोषी तथा भागवत ज्ञान यज्ञ मे श्री महन्त गोविंद दास जी, श्री महन्त संतोष दास जी, जिला बलौदा बाजार से राकेश दास वैष्णव, द्वारिका दास वैष्णव, नरेंद्र वैष्णव, शिवरीनारायण मठ के मुख्तियार सुखराम दास जी ,पूर्व जिला पंचायत सदस्य हेमंत दुबे, राम तीरथ दास जी, पुरेंद्र सोनी, लवलेश चंद्राकर, कुशवा चंद्राकर, ओमप्रकाश चंद्राकर, उमेश चंद्राकर, पारसनाथ चंद्राकर, भोजराम चंद्राकर ,लेखराज साहू, सुरेश सिंह रावत, महेश्वर साहू ,नाना रजक, सुरेश यादव, छत्तीसगढ़ राज्य गौ सेवा आयोग से डॉक्टर एस दास गुप्ता जी मीडिया प्रभारी निर्मल दास वैष्णव,नरेंद्र यादव पूर्णिमा यादव, राजेंद्र यादव विमला यादव, राम भजन यादव , घुरवा यादव, रतन यादव गीता यादव ,आजू, यादव केशर यादव, राजेश यादव, केदार यादव टिकेश्वर यादव, नरेश यादव,मालिक राम यादव पुरुषोत्तम यादव सहित अनेक गणमान्य जन तथा पुलिस प्रशासन के लोग उपस्थित थे कार्यक्रम का विधिवत संचालन गोविंद दास वैष्णव ने किया। यादव समाज के लोगों ने महाराज जी का अभिनंदन किया पप्पू यादव, सूरज यादव, नाथूराम यादव तथा इनके अतिरिक्त सिख समुदाय से हरदीप सिंह सलूजा एवं हरचरण सिंह सलूजा के नाम उल्लेखनीय है।

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