गुरू बाबा घासीदास ने मानव समाज को आगे बढ़ने का रास्ता दिखाया-मंत्री श्री गुरू रूद्र कुमार
गुरू बाबा घासीदास ने मानव समाज को आगे बढ़ने का रास्ता दिखाया-मंत्री श्री गुरू रूद्र कुमार
मंत्री श्री गुरू रूद्र कुमार कवर्धा के ग्राम मगरदा में गुरू घासी दास जयंती कार्यक्रम में शामिल हुए
मंत्री श्री रूद्र कुमार ने पेयजल विस्तार से अनेक घोषणाएं की
कवर्धा, 28 दिसम्बर 2020। छत्तीसगढ़ शासन के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, ग्रामोद्योग विभाग के मंत्री श्री गुरू रूद्र कुमार आज कवर्धा के समीप ग्राम मरगदा में आयोजित गुरू घासी दास बाबा की जयंती कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होने समाज द्वारा निर्मित मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा एवं कलश स्थापना कर प्रदेश की सुख-शांति एंव समृद्धि के विधिवत पूजा-अर्चना की। उन्होने कहा कि गुरू बाबा घासीदास ने ‘मनखे-मनखे एक समान’ के अपने प्रेरक संदेश के जरिए लोगों में स्वाभिमान जगाया। कहा कि गुरू बाबा घासीदास ने देश और दुनिया को मानवता का संदेश दिया। उन्होने यह भी कहा कि गुरू बाबा घासीदास ने तत्कालीन समाज में सहज-सरल छत्तीसगढ़ी भाषा में पंथी गीतों के जरिए अपने विचारों को जन-जन तक पहुंचाया। गुरू बाबा के उपदेशों में समतामूलक समाज निर्माण की परिकल्पना की गई है, जिसे साकार करने के लिए हम सबको मिलकर काम करना होगा। श्री गुरू रूद्र कुमार ने कहा कि गुरू बाबा अहिंसा पर आस्था रखते थे। कार्यक्रम में समाज द्वारा मंत्री श्री रूद्र कुमार गुरू का लड्डूओं से तौलकर स्वागत किया गया। समाज के लोगों मंत्री श्री गुरू रूद्र कुमार से आशीर्वाद प्राप्त किया। मंत्री ने इस अवसर पर समाज के मांग पर ग्राम भींमपुरी, जारोताल और ग्राम बरबसपुर में पेयजल विस्तार से पानी ठंकी एवं अन्य संसाधान उपलब्ध कराने की विधिवत घोषणा की।
मंत्री श्री गुरू रूद्र कुमार कहा कि सरकार का यह प्रयास रहेगा कि अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़े वर्गों के बच्चों को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने के भरपूर अवसर मिले। उनमें काफी प्रतिभा है और अवसर मिलने पर वे अपनी प्रतिभा को और भी अधिक निखार सकते हैं। ज्ञान और शिक्षा ऐसा धन है जिसे कोई चोरी नहीं कर सकता, बल्कि इस धन को जितना बांटा जाए। उन्होने युवा पीढ़ी को आव्हान किया कि वे खूब मन लगाकर पढ़ें और अपने घर-परिवार, समाज, राज्य तथा देश की उन्नति में सहभागी बनें। उन्होने इस अवसर राज्य सरकार के जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए सरकार के दो वर्षों के उपलब्धियों को विस्तार से बतलाया। इस अवसर पर श्री शिव प्रसाद डिडोरें, श्री दिलीप घृतलहरें, श्री अंजोर दास डहरिया, श्री भगावती डहरिया, श्री अगमदास अंनत, श्री दुलारी राम अंनत, संत श्री जगन्नाथ, श्री बाबू दास गोप, श्री महेश दास , जोहन खाण्डे, श्री भारत बंसे, श्री भारत बर्मन श्री लाल जी चन्द्रवंशी, श्री नीलकंठ चंन्द्रवंशी श्री कलिम खान विशेष रूप से उपस्थित थे।