कवर्धा जिले के तालपुर में 17 एकड़ गन्ने की फसल में लगी आग से लाखों रुपये का नुकसान
जिले में फसलों पर आगजनी की घटना थमने का नाम ही नहीं ले रही है। लगातार आगजनी से किसानों को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। रविवार को कोतवाली थाना अंतर्गत तालपुर गांव जहां 11 केवी लाइन में स्पार्किंग की चिंगारी से गन्ने की फसल में आग लग गई, जिससे 17 एकड़ में लगे गन्ने की फसल पूरी तरह जलकर खाक हो गई। दमकल की टीम मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाने की कोशिश की लेकिन कोशिश नाकाम साबित हुई।
आग की लपटें इतनी भयंकर थी कि उसकी राख कई किलोमीटर तक उड़ रही थी, जिसके चलते लोगों ने खेत के पास जाने की भी हिम्मत नहीं की और भीषण आग ने पूरी फसल को जलाकर खाक कर दिया। पीड़ित किसान विनोद चंद्रवंशी ने बताया कि उसके गन्ना की फसल पूरी तरह तैयार हो चुकी थी। और वह शक्कर कारखाना में बेचने के लिए टोकन का इंतजार कर रहे थे, लेकिन उनकी आगजनी की घटना हो गई है और फसल पूरी तरह तबाह हो गई
कारखाना प्रबंधन पर लगाया आरोप
पीड़ित ने शक्कर कारखाना के प्रबंधक पर आरोप लगाया कि कारखाना प्रबंधक द्वारा किसानों को गन्ना टोकन देने के नाम पर भेदभाव किया जाता है। 15 दिनों से अधिक समय से वे कारखाने का चक्कर लगा रहे थे, लेकिन कारखाना द्वारा उन्हें टोकन नहीं दिया जा रहा था, जबकि अन्य बड़े किसान व नेताओं को आसानी से टोकन दे दिया जाता है। प्रबंधक द्वारा जल्द टोकन दे दिया गया होता तो उनको इस तरह का भारी नुकसान नहीं उठाना पड़ता।
तीन दिन पहले बरबसपुर में आठ एकड़ में गन्ने की फसल में लगी थी आग
पोंडी से तीन किलोमीटर दूर शुक्रवार देर शाम अचानक आग लगने से आठ एकड़ में लगी गन्ने की फसल स्वाहा हो गई थी। आग लगने की खबर ग्रामीणों ने तत्काल पोंडी चौकी में दी, लेकिन पुलिस मौके पर पहुंचती उसके पहले ही फसल पूरी तरह खाक हो चुकी थी। जिन किसानों की फसल को नुकसान हुआ था, उसमें जयराम साहू का 0.50 डिसमिल, तुलाराम 0.40 डिसमिल, द्वारिका शर्मा 1.50 एकड़, बाबूलाल साहू 1.50 एकड़, मुकेश 0.40 डिसमिल, श्रीराम साहू 0.50 डिसमिल, रुचि साहू एक एकड़, अनुज साहू 0.50 डिसमिल समेत और कई किसान शमिल हैं।