घोषणापत्र में किए वायदों को भूल गई है प्रदेश सरकारः रमन
भारतीय जनता पार्टी द्वारा पूरे प्रदेश में किसानों के हितों और ऐतिहासिक कृषि अधिनियम पर देशव्यापी जनजागरण अभियान को लेकर शुक्रवार को कवर्धा के गांधी मैदान में किसान महापंचायत का आयोजन किया गया।
महापंचायत को पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकार के खिलाफ किसानों के मन में जो आक्रोश है वह चार घंटे से लगातार यहां बैठे हजारों किसानों से पता चल रहा है। किसानों ने कांग्रेस की इस सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए आज से तैयारी शुरू कर दी है। कांग्रेस ने जो घोषणा पत्र में वादा किया था उसके क्रियान्वयन में भूपेश बघेल सरकार असफल रही है। आदिवासियों के साथ तो प्रदेश सरकार ने हर कदम पर छलावा किया है। पंचायतों में निर्वाचित आदिवासी जनप्रतिनिधियों को भी हताश-निराश करके रख दिया है। कांग्रेस ने वायदा किया था छत्तीसगढ़ की जनता से कि राज्य में पूर्ण शराबबंदी करेंगे, लेकिन आज गली गली में शराब बिक रही है। घर पहुंच सेवा हो रही है।
विरोध करने वाले अभाविप कार्यकर्ताओं को जेल में डाल दिया
कवर्धा में तो भय और आतंक का ऐसा माहौल बन गया है कि यदि एक मासूम बेटी के साथ दुष्कर्म होता है और विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता न्याय के लिए प्रदर्शन करते हैं तो पुलिस आरोपितों को नहीं पकड़ती, मगर विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं को जेल में डाल दिया जाता है। यह भूपेश सरकार का कारनामा है। आज गली-गली में अपराध हो रहा है, प्रदेश और जिले के वनांचलों में जंगल कट रहा है।
कृषि अधिनियम किसानों के हित में हैं: कौशिक
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि जिन्हें कभी किसानों से मतलब ही नहीं रहा है, वह आज किसानों की हितों की बात केवल अपने राजनैतिक स्वार्थ के लिए कर रहे हैं। कृषि अधिनियम किसानों के हित में हैं, केवल कुछ लोग भ्रम फैलाकर किसानों का तथाकथित हितैषी बनने की कोशिश कर रहे हैं, जिसे जनता भली-भांति समझती है।
पुलिसिया बर्बरता की निंदा
राजनांदगांव लोकसभा सदस्य संतोष पांडेय ने कवर्धा में हुई पुलिसिया बर्बरता की निंदा करते हुए कहा कि न्याय की प्रत्याशा के साथ प्रदर्शन कर रहे युवाओं के साथ पुलिस ने जिस तरह की कार्रवाई की, उससे लगता है कि न्याय के लिए लड़ने वाले लोगों के साथ प्रदेश की सरकार कहीं भी नहीं खड़ी है और अन्याय करने वाले इस सरकार के प्रिय पात्र हैं।