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बीएसपी की पहल ने वनाँचल में मोहल्ला कक्षाओं का किया सफल आयोजन, BSP’s initiative successfully organized mohalla classes in Vananchal

भिलाई / वनाँचल के बच्चों के शिक्षा व विकास हेतु समर्पित सेल-बीएसपी ने अपने सीएसआर के माध्यम से अनेक परमार्थ कार्यों को अंजाम दिया है। इसी के तहत सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के सहयोग से अंतागढ के सुदूर वनाँचल में डीएवी रावघाट इस्पात सीनियर सेकंडरी का संचालन किया जा रहा है, परन्तु कोविड काल ने इन बच्चों के सामने शिक्षा का संकट खड कर दिया है। बच्चों की परेशानियों को दूर करने हेतु बीएसपी प्रबंधन व डीएवी स्कूल प्रबंधन ने कमर कसी और प्रारंभ हुआ, एक सार्थक प्रयास।  कोविड-19 की महामारी को जहाँ सारा विश्व झेल रहा है। वहीं बच्चों की किलकारियों से गुंजायमान शाला परिसरों में पिछले नौ महीने से सन्नाटा पसरा हुआ है, बच्चों के भविष्य दांव पर है। ऐसे माहौल में सर्वसुविधा सम्पन्न शालाओं में तो शिक्षक ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से कक्षाएँ ले रहे हैं, किन्तु अंतागढ में स्थित डीएवी रावघाट इस्पात सीनियर सेकंडरी पब्लिक स्कूल में शिक्षक एवं शाला प्राचार्य बच्चों की पढाई को लेकर चिंतित थे क्योंकि शाला के विद्यार्थी ऐसे गाँवों में निवासरत् हैं जहाँ उनके अभिभावकों के पास स्मार्ट फोन ही नहीं हैं और चंद अभिभावकों के पास है भी तो मोबाइल नेटवर्क की स्थायी समस्या है। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के सार्थक प्रयासों से प्रारंभ की गई इस शाला के विद्यार्थियों तक इस माहौल में शिक्षा पहुँचाने हेतु बीएसपी प्रबंधन ने बच्चों के गाँवों में जाकर पढाने का सुझाव दिया। सुझाव को शाला प्राचार्या श्रीमती योगिता शर्मा ने तुरंत ही क्रियान्वित किया। कुल 22 गाँवों से आने वाले विद्यार्थियों को 4 जोन कोलर, बिंजली, भारांडा एवं भैसगाँव में बाँटा गया एवं इसकी सूचना बच्चों के अभिभावकों को भी दी गई एवं तीन-तीन दिन प्रत्येक जोन में कक्षाएँ लगना प्रारंभ हुई। सभी कक्षाओं में विद्यार्थियों की उपस्थिति सराहनीय है। साथ ही अभिभावकों का सहयोग भी प्रशंसनीय है। विद्यार्थियों व पालकों के सहयोग तथा शिक्षकों के अथक परिश्रम से ये मोहल्ला कक्षाएँ बेहतर परिणाम दे रही हैं।  विदित हो कि डीएवी अंतागढ़ के विद्यार्थियों के लिए इन मोहल्ला कक्षा के सफल आयोजन में शाला की प्राचार्या श्रीमती योगिता शर्मा के दिशानिर्देश में शिक्षक श्रीमती सुमन सिंह, श्री नीलेश खरे एवं कु. शिखा वर्मा सार्थक योगदान दे रहे हैैं।  बीएसपी मैनेजमेंट द्वारा प्रदत्त वाहन द्वारा ही अंताग? से सुदूर स्थित गाँवों, जिनका पहुँच मार्ग भी जटिल है, में जाकर शिक्षक अपनी सेवाएँ दे रहे हैं।

 

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