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ऑनलाइन आयोजन में जुटे विभिन्न देशों से 126 सदस्य व उनके परिवार, 126 members and their families from various countries engaged in online organizing

भिलाई / इस्पात नगरी भिलाई के मसीही संगठन मार ग्रेगोरियोस ऑर्थोडॉक्स कैथेड्रल (एमजीओसी) ने इस कोरोना काल में अनूठी पहल की। जिसमें भिलाई से जाकर दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में बस चुके परिवारों को क्रिसमस से पहले कैरोल नाइट मनाने ऑन लाइन एक मंच पर इक_ा किया।  12 दिसंबर की रात लगभग 12 देशों के 126 सदस्य और उनके परिजनों ने इस अनूठी लाइव कैरोल नाइट मीट में भाग लिया। जिसमें क्रिसमस फेस्टिवल से जुड़ क्रिसमस फादर, नैटिट स्किट और कैरोल सहित सभी गतिविधियों को शामिल किया गया। उल्लेखनीय है कि हर साल एमजीओसी के तहत विभिन्न प्रार्थना समूह भिलाई टाउनशिप और आसपास के क्षेत्रों में कैरोल गाने परंपरागत ढंग से पहुंचते रहे हैं। लेकिन इस साल, कोविड संक्रमण के चलते यह संभव नहीं था। ऐसे में एमजीओसी भिलाई ग्लोबल कनेक्ट व्हाट्सएप ग्रुप के सदस्यों ने इस आनलाइन कैरोल नाइट मीट की पहल की। जिसमें यूके से क्रिसमस स्किट, यूएसए से क्रिसमस फादर और भारत व अन्य देशों से विभिन्न समूहों द्वारा गाए गए एक दर्जन कैरोल्स इस पहल के मुख्य आकर्षण रहे। वर्तमान में चेन्नई में निवासरत इस कार्यक्रम के समन्वयक और भिलाई एमजीओसी के पूर्व सदस्य अनिल पी जोसेफ कहते हैं-कैरोल वीडियो वास्तव में प्रतिबद्धता, समन्वय और कैरोल भावना को कायम रखने की इच्छा से भरा हुआ है। इसके लिए भिलाई से जाकर 8 देशों में 20 से ज्यादा शहरों में रह रहे 75 सदस्यों ने समूचा कार्यक्रम तैयार करने में अपनी भागीदारी दी। भिलाई एमजीओसी संडे स्कूल के पूर्व एचएम जैकब मैथ्यू कहते हैं-आमतौर पर हर साल क्रिसमस समारोह भिलाई तक सीमित होते रहे हैं लेकिन इस साल, कोविड की वजह से हमनें इसे वैश्विक स्वरूप दिया। उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि दुनिया भर में बसे हमारे चर्च के वर्तमान और पूर्व सदस्य क्रिसमस के इस खास मौके पर एक प्लेटफार्म पर आकर आशा के संदेश का प्रसार कर रहे हैं।  इस ऑनलाइन कैरोल नाइट में शामिल नहीं हो पाए लोगों के लिए समूचे कार्यक्रम की रिकार्डिंग यू-ट्यूब पर अपलोड की जा रही है। इस समूची कैरोल नाइट मीट की परिकल्पना और इसका क्रियान्वयन त्रिवेंद्रम में जाकर बस चुके ऑनलाइन मीडियाकर्मी और भिलाई एमजीओसी के पूर्व सदस्य अनिल फिलिप ने की ।

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