उधारी के नाम से लोग संतों का भी माल कर जा रहे हैं चट: In the name of borrowing, people are also going to the goods of saints
मांगने पर लगातार दे रहे हैं जान से मारने की धमकी
सीएम और गृहमंत्री से पीडि़त संत ने मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग
भिलाई। तिल्दा नेवरा के एक बड़े व्यापारी सीताराम अग्रवाल द्वारा बाल ब्रम्हचारी गौ-सेवक संतराम शिरेामणि दास से आज से पांच छ: साल पूर्व दो करोड़ 40 लाख रूपये लेने और मात्र एक करोड़ की लागत का जमीन देकर शेष 1 करोड़ 40 लाख रूपये मांगने पर सतीराम द्वारा उक्त शेष राशि नही देने और जान से मारने की धमकी सीताराम और उसके मित्र गणेश सिंह ठाकुर तथा अन्य लोगों द्वारा दिया जा रहा है। उक्त बातें आज एक पत्रकारवार्ता में बाल ब्रम्हचारी गौ-सेवक संतराम शिरेामणि दास ने दी। शिरोमणि दास ने बताया कि सन 2014-2015 के बीच सीताराम अग्रवाल अपनी माली हालत खराब होने और व्यवसाय खड़ा करने के लिए मुझसे 2 करोड 40 लाख रूपये उधार लिया था। उसके एवज में 1 करोड़ रूपये के बदले सीताराम ने मुझे 38 एकड़ जमीन खरीदकर दिया था और शेष रकम 1 करोड़ 40 लाख रूपये का हिसाब मांगने पर सीताराम अग्रवाल और उसका दोस्त गणेश सिंह ठाकुर व अन्य कई बार मुझे जान से मारने की धमकी दे चुके है। इससे मैं भयभीत होकर पाटन के पर्यावरणधाम अमेरी में रहने मजबूर हूं। सीताराम, गणेश ठाकुर सहित उनके अन्य लोगों द्वारा मुझे लगातार जान से मारने की धमकी देने की शिकायती आवेदन छग के बेमेतरा कोतवाली, रायपुर कोतवाली एवं मध्यप्रदेश के रींवा के नईगढ़ी थाना में दिया हूं लेकन पुलिस द्वारा उनपर कोई कार्यवाही नही की जा रही है और पुलिस इस मामले में मुझे पुलिस हस्तक्षेप अयोग्य (155) का कागज थमा दे रही है। इसके कारण मेैं बहुत दुखी हूं कि मुझे न्याय नही मिल पा रहा हैं।
बाल ब्रम्हचारी गौ-सेवक संतराम शिरेामणि दास ने मुख्यमंत्री और गृहमंत्री और डीजीपी अपने इस मामले की निष्पक्षता के साथ जांच की मांग की है। पीडि़त बाबा दास ने मुख्यमंत्री ने विनम्र अपील की है वे मेरे इस मामले की सीबीआई जांच करायें। उन्होंने आगे बताया कि वह पढे लिखे नही है और देश के कई स्थानों पर 80 बार धर्म के प्रचार और यज्ञ करा चुके हैं। छत्तीसगढ़ में भी वह तिल्दा पहुंचे थे, और 2013 से 2017 तक नेवरा में थे, उसी दौरान उनकी मुलाकात सीताराम से हुई। सीताराम अग्रवाल उनका शिष्य था मैं हवन और यज्ञ की राशि 15 से 16 बार सीताराम अग्रवाल को दिया करता था, सीताराम अग्रवाल मेरे द्वारा दिया गया राशि अपने एकाउंट में डलवा देता था, मुझे यह भी धमकी देता हैं कि बाबा अब तुम छत्तीसगढ में आ गये तो तुमको गड़वा दूंगा। इसके कारण मैं काफी भयभीत हूं। मैं अन्य संतों की तरह तीन पांच करने या अन्य अपराधिक मामले में तथा गलत काम नही करता हूं, लेकिन उसके बाद भी सीताराम अग्रवाल के साथी मुझे गलत तरीके से बदनाम करने का कार्य कर रहे हैं।
गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू से इस मामले को लेकर मैं मिला तो उन्होंने मेरे मामले को गंभीरता से लेते हुए राजधानी रायपुर के निरीक्षक श्री सोनी को मामले की जांच का जिम्मेदारी दी है।