कवर्धा में दिखा बंद का असर, सभी दुकानें तय समय तक रहीं बंद
किसान संगठनों की ओर से बुधवार को भारत बंद कराया गया। देश भर के साथ ही कवर्धा में इसका असर हुआ है। कवर्धा में लगभग सभी दुकानें अपने तय समय में बंद थी। शहर की दुकानें सुबह नौ से तीन बजे तक बंद रखी गई थी। वहीं बंद को लेकर प्रशासन-पुलिस भी अलर्ट रही है। कई जगहों में पुलिस टीम की ड्यूटी लगाई थी। भारत बंद के दौरान शांति भंग ना हो इसको लेकर पहले से ही एहतियाती कदम उठाए गए थे। साथ ही कड़ी चौकसी रखी गई, ताकि कहीं भी कोई अप्रिय घटना ना हो। मालूम हो कि किसान संगठनों ने भारत बंद का आह्वान किया था। किसान संसद के मानसून सत्र में लाए गए तीन नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं। शहर में बंद के दौरान कोई भी घटना नहीं घटी।
विपक्ष के सभी प्रमुख दलों ने किया बंद का समर्थन
गौरतलब है कि किसान संगठनों की ओर से बुलाए गए भारत बंद का कांग्रेस समेत बड़ी पार्टियों ने समर्थन किया था। यही वजह है कि जिला कांग्रेस ने भी किसान आंदोलन को समर्थन दिया था। इसके लिए जिला कांग्रेस ने व्यापारी वर्ग और मंडियों को बंद रख केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए कृषि बिल के विरोध के लिए स्वेच्छा से अपने प्रतिष्ठान बंद रखने का अह्वान किया था। बुधवार को शहर के कांग्रेस कार्यकर्ता दुकान बंद कराने निकले हुए थे।
कवर्धा का मार्केट लाकडाउन के बाद सूना दिखा
जिले में कोरोना के कारण तीन बार से ज्यादा लाकडाउन लागू किया था। सितंबर माह में अंतिम बार लाकडाउन लागू किया गया। इसके बाद से लाकडाउन लागू नहीं हुआ। वहीं लाकडाउन के लंबे अंतरात के बाद बुधवार को किसानों द्वारा किए गए भारत बंद का असर दिखाई दिया। पूरी तरह से मार्केट बंद होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। राहत की बात रही की शाम के समय सभी दुकानें खुल गई। इससे चहल-कदम बढ़ गई थी।
कुंडा में व्यापारियों ने भी दिया सहयोग
कुंडा में मंगलवार को भारत बंद के समर्थन में कांग्रेस कार्यकर्ता ने प्रदर्शन किया। सचिव जिला किसान कांग्रेस शम्भू चंद्राकर के अगुवाई में स्थानीय किसान संगठनों ने कुंडा को बंद कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसमें व्यापारियों ने भी किसान हित में सहयोग करते हुए स्वतः अपने प्रतिष्ठानों को बंद रखा। इस मौके पर प्रदेश सचिव असंगठित मजदूर कांग्रेस भुनेश्वर निर्मलकर,वरिष्ठ कांग्रेसी शिवकुमार चन्द्राकर (कुशुवा), उमेश चंद्राकर, कृष्णा चंद्राकर, रज्जू चंद्राकर, दीपक चंद्राकर, पिंटू चंद्राकर, रोशन चंद्राकर, जलेश्वर चंद्राकर, अनुजराम चंद्राकर, छेदी साहू, पवन चंद्रवंशी, राहुल चंद्रवंशी, खुशरा निषाद सहित कई किसान उपस्थित रहे।
पोंडी में नहीं दिखा भारत बंद का असर खुली रहीं दिनभर दुकानें
पोंडी में भारत बंद का असर नहीं दिखा। पोंडी की सभी दुकानें दिनभर खुली रही। पोंडी के लोग किसानों के साथ तो हैं लेकिन भारत बंद के सपोर्ट में नहीं दिखे। लोगों ने सुबह से ही दुकानें खोल दिए थे जो कि देर रात तक खुली रही। रोजमर्रा की दुकान चलाकर जीवन यापन करने वाले लोगों ने दिन भर अपनी दुकानें खुली रही, जिनमें गुपचुप, फल दुकानों के साथ-साथ कपड़ा दुकान, बर्तन दुकान टाइल्स दुकान, पेंट्स दुकान,मुर्गा दुकान खुली रही। लोगों का दिन भर आवागमन चलता रहा, एक क्षण भी ऐसा नहीं लगा कि भारत बंद का आंदोलन चल रहा हो