विधायक की अनुमति बिना डेम का पानी इंद्रावती के रास्ते चित्रकोट तक पहुंचा रहे
भानपुरी । बस्तर के प्रमुख पर्यटन स्थल चित्रकोट वाटरफॉल को बचाने की कोशिश में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा उड़ीसा से क्या बातचीत की गई इसका तो खुलासा अभी तक बस्तर जिला प्रशासन ने नहीं किया है किंतु आनन-फानन में चित्रकोट जलप्रपात के लिए इंद्रावती नदी के कोसारटेडा बांध से पानी छोड़ने जाने के निर्णय को अप्रत्याशित और अचंभित करने वाला बात क्षेत्र के नारायणपुर विधायक चंदन कश्यप ने कहीं l
विधायक चंदन कश्यप ने कहा कि मैं क्षेत्र का विधायक हूं लेकिन एक बार भी मुझसे नहीं पूछा गया कि हम इस डेम का पानी पर्यटन उद्योग को बढ़ाने इंद्रावती के रास्ते चित्रकोट तक पहुंचा रहे हैं l
उन्होंने साफ कहा की पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देना अच्छी बात है किंतु मेरे विधानसभा क्षेत्र के निवासी पेयजल संकट का सामना करें यह मुझे मंजूर नहीं है उन्होंने कहा कि रोज मेरे पास आसपास के गांव के ग्रामीण आते हैं और कहते हैं कि हमारे गांव में पाइप लाइन बिछा हुआ है किंतु अफसर अभी तक पानी नहीं छोड़ रहे हैं फिर अचानक मुझसे पूछे बगैर कोसारटेंड का पानी इंद्रावती में छोड़ दिया गया यह मेरी समझ से परे है मेरे विधानसभा की आम लोगों की पेयजल समस्या को एकतरफा दरकिनार आकर यह निर्णय लिया गया है।
श्री कश्यप ने आगे होकर कहा कि मेरे क्षेत्र के हेडपंप का जल स्तर गिर रहा है वह सूख रहे हैं l निस्तारी की समस्या खड़ी है किंतु ऐसा निर्णय लिया जाना समझ से परे है । पानी कोसारटेडा से छोड़ा गया किंतु वह मुख्य नहर के माध्यम से नदी तक पहुंचा किस प्रकार इसका अभी तक क्षेत्र के सिंचाई विभाग के अफसरों द्वारा कोई जानकारी नहीं दी गई पूरा पानी नाली नहर के माध्यम से आसपास फैल रहा है अभी आचार संहिता के कारण मैं चुप हूं इसके बाद में सभी की खबर लूंगा और मेरे विधानसभा की जनता पेयजल संकट से जूझ रही है और प्रशासन मुझसे पूछे बगैर पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने चित्रकोट जलप्रपात को पानी दे रहे हैं यह कहां का इंसाफ है पानी छोड़े जाने के संबंध में कलेक्टर से किसी भी प्रकार की चर्चा हुई के जवाब में उन्होंने कहा कि नहीं इस बारे में मुझसे कोई चर्चा नहीं की गई ।
सबका संदेस ब्यूरो, कोंडागांव 9425598008