के एस के महानदी के मजदूरो ने AICC सदस्य मंजू सिंह से 3 साल के इंक्रीमेंट दिलाने गुहार लगाया

के एस के महानदी के मजदूरो ने AICC सदस्य मंजू सिंह से 3 साल के इंक्रीमेंट दिलाने गुहार लगाया*
अजय शर्मा सबका संदेश ब्यूरो संभाग प्रमुख
अकलतरा। जिले ही नही एशिया के सबसे बड़े पावर प्लांट में शुमार के एस के महानदी पावर कम्पनी के मजदूर 3 साल से भी अधिक का वेतन वृद्धि नही मिलने से आक्रोशित होकर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य मंजू सिंह से उनके निवास में बड़ी संख्या में पहुँच कर कारखाना प्रबन्धन के मजदूर विरोधी नीति के खिलाफ हस्तक्षेप करने के लिए गुहार लगाया गया, मजदूरो ने आज इकट्ठा होकर बड़ी संख्या में उनके निवास पहुँच कर आपबीती बताया कि कोरोना काल में कारखाना का उत्पादन बहुत ही अच्छा था जिसके बाद इसके परफार्मेंस रेटिंग में काफी बड़ी बढ़ोतरी हुई है, बावजूद इसके मजदूरो को 3 साल से इंक्रीमेंट नही दिया जा रहा है, आपको बता दे सितम्बर 2019 में कारखाना प्रबंधन और एच एम एस यूनियन के बीच लंबे बैठकों के बाद 17 हजार रूपये न्यूनतम वेतन और 1 अनिवार्य प्रमोशन के लिए सहमति बन गयी थी जिसका घोषणा भी सार्वजनिक रूप से हो चुका था, पर उसके बाद कम्पनी ने मजदूरो के बीच में आपसी विवाद का हवाला देते हुए कारखाना का तालाबंदी कर दिया था और मजदूरो का घोषित वेतनवृद्धि रोक दिया था। जिसके बाद से अभी तक मजदूरो को इंक्रीमेंट नही मिला है जबकि मजदूरो को पहले 10% प्रतिशत इंक्रीमेन्ट एच एम एस यूनियन ने दिलाया था। जिसके बाद वेज रिवीजन को लेकर एच एम एस यूनियन और प्रबन्धन के बीच 17 हजार रूपये न्यूनतम वेतन पर सहमति बन गयी थी।
मजदूरो से बातचीत के दौरान श्रीमती मंजू सिंह ने उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन देते हुए उन्होंने कहा है कि मेहनतकश मजदूरो को आज की महंगाई में हर हाल में इंक्रीमेंट मिलना चाहिए सभी कारखानों में यह सतत प्रक्रिया के तहत किया जाता है आज मजदूरो को 10 साल हो गए इस कारखाना में काम करते हुए कभी किसी मजदूरो का प्रमोशन नही हुआ ना ही सही वेतनवृद्धि हुई मजदूरो को गुलामो की तरह बंधुआ मजदूर समझा जा रहा है 10 साल नौकरी करने के बाद भी आज की महंगाई में यदि इतने बड़े पावर प्लांट में 10 हजार रूपये वेतन हो तो मजदूरो की आर्थिक स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है, जबकि मजदूर टेक्निकल स्किल रखते है ज्यादातर मजदूर आई टी आई डिप्लोमा इंजीनियरिंग, बीएससी, बीकॉम, से लेकर एमबीए तक किये हुए है पर वेतन की स्थिति देखी जाये तो अत्यंत दयनीय है जो बर्दाश्त के लायक नही है और मैं मजदूरो के साथ हूं उनको उनका वाजिब हक अधिकार मिलना चाहिए, कम्पनी प्रबन्धन यदि इस मामले में अपना रवैया नही बदलती है तो मैं मजदूरो के साथ हूं और आगे सारे विकल्प खुले हुए है, उन्होंने सभी मजदूरो को एकजुट रहने अपील किया ताकि आर या पार की लड़ाई लड़ने के लिए सभी तैयार रहे।
प्रेषक – विश्वनाथ प्रसाद साहू (अध्यक्ष)
छ ग पावर मजदूर संघ (एच एम एस)