भिलाई स्टील प्लांट के अंदर चल रहा अधिकारियों और कर्मचारियों का नशापान का कार्यक्रम
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भिलाई। आचार्य नरेंद्र देव स्मृति जन अधिकार अभियान समिति छत्तीसगढ़ के संयोजक आर पी शर्मा ने भिलाई स्टील प्लांट के अंदर बढ़ती नशाखोरी की प्रवृत्ति का खुलासा करते हुए इसे बीएसपी की अव्यवस्था के लिए जिम्मेदार बताया है।
वरिष्ठ समाजवादी नेता आरपी शर्मा ने इस संदर्भ में जल प्रबंधन विभाग के रेस्ट रूम का वीडियो इस्पात मंत्री, सेल चेयरमैन नई दिल्ली व बीएसपी के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता को ई.मेल से भेजा है और जांच व सख्त कार्रवाई की मांग की है। शर्मा ने इस संदर्भ में अपने पत्र में कहा है कि प्लांट के अंदर जम कर नशे का सेवन हो रहा है। दूसरी तरफ प्लांट की घटता उत्पादन और मजदूरों के अधिकार का हनन हो रहा है। उन्होंने कहा कि प्लांट के अंदर ड्रग्स का सेवन और शराबए गांजा का सेवन जब खुलेआम हो रहा है तो समझा जा सकता है कि सुरक्षा में लापरवाही किस हद तक बरती जा रही है। यही वजह है कि हाल के वर्षों में हादसे लगातार बढ़े हैं। शर्मा ने सवाल उठाया है कि क्या प्लांट के अंदर बढ़ती नशाखोरी की वजह से ही हादसे बढ़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इसके पहले बीएसपी में ठेका आवंटन के दौरान कतिपय ठेकेदारों द्वारा रिवाल्वर सहित पहुंच कर दबावपूर्वक ठेका हासिल करने के भी कृत्य सामने आते रहे हैं। वहीं कतिपय ठेकेदार की बैंक गारंटी भी माफ करने का कृत्य मैनेजमेंट कर रहा है। इससे प्लांट की कार्यसंस्कृति की धज्जियां उड़ा रही है। उन्होंने कहा कि इसमें बीएसपी मैनेजमेंट और सीआईएसएफ की लापरवाही जगजाहिर है। इस वजह से प्लांट के अंदर अपराधिक कृत्य और चोरी व हादसे आम बात है। उन्होंने कहा कि उक्त वीडियो से साफ है कि प्लांट के अंदर नशा भी सभी की पहुंच में है।
आरपी शर्मा ने पत्र के साथ संलग्न वीडियो में कर्मियों के एक समूह द्वारा गांजा पीने का खुलासा किया है। शर्मा के मुताबिक कर्मियों का यह समूह अपना काम छोड़ कर गांजा पीने में मस्त है। उन्होंने कहा कि प्लांट के अंदर शराबखोरी भी आम हो चुकी है। इस पर नियंत्रण लगाने में सीआईएसएफ और बीएसपी दोनों नाकाम है।
उन्होंने कहा कि एक तरफ भिलाई स्टील प्लांट का मजदूर अपने अधिकार के लिए सड़क पर उतर रहा है और अधिकारी भी सड़क पर संघर्ष कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ कर्मियों का ही एक समूह प्लांट की कार्यसंस्कृति को छिन्न-भिन्न करते हुए नशाखोरी में मस्त है।
उन्होंने आरोप लगाया है कि सेल चेयरमैन बनने से चूक गए बीएसपी के निदेशक प्रभारी भी यहां अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन ढंग से नहीं कर पा रहे हैं और भिलाई अपना समय काट रहे हैं। इस परिस्थिति का लाभ आपराधिक प्रवृत्ति के लोग और नशाखोर जम कर उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह प्लांट के अंदर नशाखोरी बढ़ रही है और हादसों पर अंकुश नहीं लग रहा हैएउससे लगता है कि योजनाबद्ध तरीके से भिलाई स्टील प्लांट को निजीकरण की तरफ ढकेलने का षडय़ंत्र किया जा रहा है। उन्होंने मांग की है कि प्लांट में अभियान चला कर नशाखोरी पर अंकुश लगाया जाए और सुरक्षा व्यवस्था और ज्यादा सख्त की जाए।