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शासन प्रशासन खुद उड़ा रही है सुप्र्रीम कोर्ट के नियमों की धज्जियां, Governance administration is blown away by Supreme Court rules

दुर्ग। शासन प्रशासन द्वारा सुप्र्रीम कोर्ट के आदेशों का किस प्रकार से धज्जियां उड़ाई जा रही है, तितुरडीह के उडिय़ा बस्ती में देखा जा सकता है। शासन प्रशासन द्वारा न्यायालय के आदेश नही मानने पर आम जनता पर कई प्रकार की कड़ी कार्यवाही की जाती है लेकिन शासन प्रशासन स्वयं उन नियमों का पालन नही करती है। इसका जीता जागता उदाहरण नगर के तितुरडीह का उडिय़ा बस्ती है। सुप्र्रीम कोर्ट के आदेशानुसार शासन प्रशासन उन स्थानों पर शराब दुकान नही खोल सकती जहां 100 मीटर के अंदर यदि मंदिर सहित किसी प्रकार का धार्मिक स्थल, स्कूल या आंगनबाड़ी है तथा आबादी क्षेत्र हो, इसके बावजूद भी जिला प्रशासन द्वारा सुप्र्रीम कोर्ट के आदेशों की अवहेलनता करते हुए वार्ड 19 तितुरडीह के उडिय़ा बस्ती में देशी शराब दुकान पिछले गई सालों से खोल दिया गया है। इस शराब दुकान के पांच मीटर के अंदर मंदिर, आंगनबाड़ी केन्द्र 30 मीटर तथा प्रायमरी, मिडिल एवं हाईस्कूल 100 मीटर के दायरे में है तथा यह रिहायसी क्षेत्र है। इसके कारण यहां शराब दुकान खुलने के पहले से ही रात 11-12 बजे तक शराबियों का जमावड़ा लगा रहता है। अधिकांशतर शराबी इसी शराब भ_ी के या मोहल्ले में थोड़ा सा भी जगह खाली दिखता है वहीं चार पांच लोग मिलकर शराब का सेवन करते है और आपस में गाली गलौच तथा कभी कभी मारपीट भी करते है। इसके साथ ही ये शराबी नशें की हालत में आते जाते महिलाओं के साथ छेडख़ानी करते है, यहां तक कि छोटी छोटी बच्चिों को गंदी गंदी बातों का छींटाकशी करने से बाज नही आते है। यहां की स्थिति देखकर ऐसा लगता है कि किसी न किसी दिन यहां नाबालिग बच्चियां या महिलाएं इनके हवस का शिकार हो सकती है। यही नही मोहल्ले के बीच में देशी शराब दुकान होने और पियक्कड़ों को देख छोटे छोटे बच्चे भी यहां के अब नशे की चपेट में आने लगे है जिसके कारण उनका भविष्य चौपट होने का पूरा पूरा खतरा नजर आने लगा है। यहां से आने जाने वाले लोगें के साथ भी शराबी नशे की स्थिति में रोक कर गाली गलौच और यदि कोई परिवार के साथ यहां से आना जाना करता है तो उनके साथ छेडख़ानी करते है। यहां शराब दुकान खोलने के प्रारंभिक दौर से ही इस शराब दुकान का विरोध इस मोहल्ला और आस पास के लोग कर रहे है, लेकिन शासन प्रशासन के कान में जूं नही रेंग रहा है। तितुरडीह के इस उडिया पारा से शराब दुकान को हटाने के लिए कई बार कलेक्टर और स्थानीय विधायक को ज्ञापन दे चुके है, लेकिन आज तक इस शराब दुकान को  नही हटाया गया। उक्त जानकारी उडिय़ा पारा बस्ती के लोगों ने दी।  तितुरडीह उडिय़ा बस्ती के लोग गुरूवार को फिर इस शराब दुकान को हटाने के लिए कलेक्टर से मिले और शराब दुकान के कारण रोज हो रहे उक्त परेशानियों से निजात दिलाने के तथा छोटे छोटे बच्चों को नशे की चपेट में जाने व बच्चिों के साथ हो रहे छेडख़ानी की घटनाओं पर अंकुश लगाने इस शराब दुकान को यहां से हटाने के लिए विश्व मानव अधिकार परिषद के नवीन राव, आंगनबाड़ी की मितानिनों सहित बड़ी संख्या में यहां की महिलाएं एवं पुरूष इस शराब दुकान को हटाने के लिए कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।

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