पुलिस वालों पर मारपीट एवं गाली गलौज बलवा करने वाले अपराधियों ने स्वयं को बचाने के लिए उल्टा पुलिस वालों को फसाने के लिए आरक्षण का गलत फायदा उठा रहे हैं
अजय शर्मा सबका संदेश सम्भाग प्रमुख बिलासपुर
आरक्षण का गलत फायदा उठा रहे हैं लोग
जांजगीर अभी हाल में ही मूलमुला थाना के अंतर्गत नरियारा में विवेचना पर गए पुलिस वालों पर मारपीट एवं गाली गलौज बलवा करने वाले अपराधियों ने स्वयं को बचाने के लिए उल्टा पुलिस वालों को फसाने के लिए आरक्षण का गलत फायदा उठा रहे हैं जबकि वीडियो में सांप दिखाई दे रहे हैं नाही गोलू टंडन के सिर में चोंट है ना ही कोई मारपीट किए हैं। यह साफ-साफ वीडियो में दिखाई दे रहे हैं पुलिस वालों के ऊपर इन लोग मारपीट प्रहार कर रहे हैं और गाली गलौज दे रहे हैं यह आरक्षण का गलत फायदा है और उल्टा आकर के थाना में f.i.r. करने के लिए रिपोर्ट लिखा लिखा रहे जबकि पुलिस वालों द्वारा कोई मारपीट नहीं कोई गाली गाली गलौज दे रहे हैं। ऐसे ही पूर्व में पुलिस वालों के ऊपर एक और घटना घटित हो गई है जो नेतागिरी के चक्कर में उल्टा पुलिस वालों के ऊपर कार्यवाही की गई है। अब सोचने की बात यह है। कानून के रक्षक के साथ ऐसा हो रहा है तो आम सामान्य लोगों को कम पर क्या प्रभाव पड़ रहा है ऐसे झूठे मूठे आरोपों में खुद मारपीट गलती करते हैं और उल्टा आरक्षण का फायदा लेकर झूठा मुठा केस में जबरदस्ती फंसा देते हैं। ऐसे में कानून के रक्षक के साथ होता है तो आम सामान्य लोगों की बात छोड़ो निर्दोष लोगों को जबरजस्ती हरिजन एक्ट में फंसा रहे हैं। यह सरासर गलत है। इसका मुख्य कारण है आरक्षण ऐसे में पुलिस भी कुछ नहीं कर पाएगी और दिनोंदिन अपराधिक किस्म बढ़ता जाएगा। मूलमुला थाना के भोले नाथ तिवारी प्रधान आरक्षक के साथ हुआ है और अन्य स्टाफ के साथ यह सरासर गलत है वीडियो में स्पष्ट दिखाई दे रहा है। इन लोग अपने बचाव के लिए झूठा रिपोर्ट कर रहे हैं। एक कहावत है उल्टा चोर कोतवाल को डांटे बस इसी प्रकार हो रहा है जो आदमी सफेद शर्ट वाला हरि शंकर नवरत्न यह जो है नाम लेकर भोले नाथ तिवारी भोले नाथ तिवारी बोलकर गंदा गंदा गाली बक रहा है क्योंकि भोले नाथ तिवारी एक सामान्य वर्ग के है दूसरे स्टाफ को गाली नहीं दे रहे हैं जो वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है जो अपोजिट पार्टी है सुनील भारते उसकी बहन जो महिला पुलिस है आरक्षक है उसके नाम को भी उस केस में जोड़ देना चाहते हैं जिसके लिए भोले नाथ तिवारी के ऊपर दबाव बना रहे थे जबकि उस महिला आरक्षक इस केस से कोई लेना देना नहीं है बल्कि यह लोग उनके गाड़ी में तोड़फोड़ किए हैं।