छत्तीसगढ़
जवाहर नवोदय विद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ ऑनलाईन आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 15 दिसम्बर

जवाहर नवोदय विद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ
ऑनलाईन आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 15 दिसम्बर
कलेक्टर ने बच्चों को प्रवेश दिलाने अभिभावकों से किया आग्रह
नारायणपुर 24 नवम्बर 2020- राष्ट्रीय शिक्षा नीति-1986 के अंतर्गत ऐसे आवासीय विद्यालयों की परिकल्पना की गई है, जिनमें विशेष प्रतिभाशाली बच्चों की क्षमता को ध्यान में न रखते हुए उन्हें गुणात्मक शिक्षा उपलब्ध कराकर समुचित अवसर प्रदान किए जाएं ताकि वे अपने जीवन में तेजी से आगे बढ़ सकें। ऐसी शिक्षा इन ग्रामीण विद्यार्थियों को अपने समकक्ष शहरी विद्यार्थियों के साथ प्रतिस्पर्धा करने में सहायक सिद्ध होगी। जिले में संचालित जवाहर नवोदय विद्यालय में शैक्षणिक सत्र 2020-21 में प्रवेश हेतु ऑनलाईन आवेदन पत्र भरना 22 अक्टूबर से प्रारंभ हो गया है, जो 15 दिसम्बर 2020 तक चलेगा। इच्छुक छात्र-छात्राओं के अभिभावक जो बच्चों को जवाहर नवोदय विद्यालय में प्रवेश के इच्छुक हैं, वे लोकसेवा केन्द्र के माध्यम से अथवा स्वयं जवाहर नवोदय विद्यालय की वेबसाईट डब्लयूडब्ल्यूडब्ल्यूडॉटनवोदयडॉटजीओव्हीडाटइन में लॉगिन कर ऑनलाईन आवेदन कर सकते हैं। प्रवेश संबंधी अन्य जानकारी के लिए नारायणपुर जिले के समीप गरांजी में संचालित जवाहर नवोदय विद्यालय से प्राप्त कर सकते हैं। कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह ने जिले के अभिभावकों एवं माता-पिता से आग्रह किया है कि वे अपने बच्चों को जवाहर नवोदय विद्यालय में भर्ती कराकर यहां उपलब्ध अध्ययन-अध्यापन सुविधा का लाभ लें।
संस्था के प्राचार्य श्री सियाराम पाठक ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में संचालित नवोदय विद्यालय, जो कि केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से संबद्ध हैं, कक्षा-6 से कक्षा-12 तक प्रतिभाशाली बच्चों को निःशुल्क शिक्षा प्रदान करते हैं। नवोदय विद्यालयों में कक्षा-6 के स्तर पर प्रवेश के साथ-साथ पाशर््िवक प्रवेश के माध्यम से कक्षा-9 और कक्षा-11 में प्रवेश दिया जाता है। नवोदय विद्यालय सह-शैक्षिक आवासीय संस्थान हैं, जिनमें निःशुल्क भोजन एवं आवास, वर्दी, पाठय-पुस्तकों, लेखन सामग्री तथा घर आने-जाने के लिए रेल और बस किराए पर होने वाले व्यय के वहन करने की व्यवस्था की गई है। तथापि, कक्षा-9 से कक्षा-12 तक के छात्रों से 600 रुपये प्रति माह का आंशिक शुल्क नवोदय विकास निधि के रूप में लिया जाता है। अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के छात्रों, बालिकाओं, विकलांग छात्रों और गरीबी रेखा से नीचे के परिवारों के बच्चों को इस शुल्क से पूरी छूट दी जाती है। जवाहर नवोदय विद्यालयों में प्रमुख रूप से ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को प्रवेश दिया जाता है। 75 प्रतिशत सीटों पर ग्रामीण बच्चों को प्रवेश देने का प्रावधान है। अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के बच्चों के लिए जिले में उनकी जनसंख्या के अनुपात में स्थान आरक्षित रखे जाते हैं, कुल सीटों का एक तिहाई बालिकाओं के लिए और तीन प्रतिशत विकलांग बच्चों के लिए आरक्षित है।