गांव हो या शहर सबसे ज्यादा मरीज इलाज के लिए निजी क्लीनिक के पास ही पहुंचते हैं

गांव हो या शहर सबसे ज्यादा मरीज इलाज के लिए निजी क्लीनिक के पास ही पहुंचते हैं
अजय शर्मा सब का संदेश संभाग प्रमुख जांजगीर ब्यूरो
शहर हो या गांव आज भी सबसे ज्यादा मरीज इलाज के लिए निजी डॉक्टर या क्लीनिक में पहुंचते हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी 2019 -20 की रिपोर्ट के मुताबिक ग्रामीण इलाकों में 41 फ़ीसदी मरीज निजी डॉक्टर के पास या क्लीनिक में इलाज के लिए पहुंचते हैं जबकि 21 फ़ीसदी लोग निजी अस्पताल में और 33 फ़ीसदी लोग सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचते हैं वहीं शहरी इलाके में 44 फ़ीसदी लोग सिंगल डॉक्टर पर निर्भर है जबकि 28 फ़ीसदी निजी अस्पताल में और 26 फ़ीसदी लोक सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचते हैं गांव की तुलना में शहर में 25% जायदा लोगों को अस्पताल में भर्ती होना पड़ता है। इसका मुख्य कारण आरक्षण वाले डॉक्टर हैं सरकार द्वारा योग्य को अयोग्य आरक्षण में बना देते हैं योग्य उम्मीदवार बाहर हो जाते हैं।