छत्तीसगढ़

कोरोना संकट काल में बच्चों की शिक्षा का ब्लू ब्रिगेड एवं रासेयो के स्वयंसेवक ने संभाला जिम्मा

*कोरोना संकट काल में बच्चों की शिक्षा का ब्लू ब्रिगेड एवं रासेयो के स्वयंसेवक ने संभाला जिम्मा*

राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक हमेशा से ही संकट के समय में समाज के साथ अग्रिम पंक्ति में खड़ा हुआ दिखाई देता है. आज पूरे देश में कोरोना एक महासंकट के रूप में सामने आया है. इस महामारी के चलते सरकार ने एहतियात बरतते हुए लॉकडाउन के पहले चरण में ही समस्त शिक्षण संस्थानों को बंद कर दिया. पूरे देश में बच्चों की शिक्षा प्रभावित हो रही थी, छोटे-छोटे बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे थे. जिसकी वजह से उनका शैक्षणिक विकास में बाधा उत्पन्न हो गई थी. विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में तथा गरीब वर्ग के लिए समस्या अधिक थी. संकट के समय में गंभीरता दिखाते हुए समाज के सामने एक उदाहरण प्रस्तुत किया.

कोरोना के कारण प्रभावित हुई शिक्षा व्यवस्था को देखते हुए रासेयो पं.रविशंकर शुक्ला विश्वविद्यालय अध्ययन शाला इकाई एवं ब्लू ब्रिगेड के स्वयंसेवक फलेंद्र साहू ने अपने गांव में ही जहां नेटवर्क नहीं होने से बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई नहीं कर पाते हैं ऐसे बच्चों को घरों में ही विषयगत शिक्षा के साथ- साथ नैतिक शिक्षा व संस्कारों का पाठ पढ़ाना शुरू किया है। फलेंद्र साहू का कहना है कि संकट की घड़ी में जब सभी विद्यालय, कोचिंग संस्थान बंद पड़े हैं तो ऐसे समय में बच्चों की शिक्षा का कार्य ना रुके और बच्चों को लगातार उनकी पढ़ाई कराई जा सके. ऐसे समय में यदि इन बच्चों की शिक्षा प्रभावित होती है तो सीधे तौर पर यह समाज का बड़ा नुकसान होगा।

रासेयो कार्यक्रम समन्वयक डॉ.नीता वाजपेई रविशकर शुक्ल विवि रायपुर, जिला संगठक डॉ. ज्ञानेन्द्र शुक्ला, कार्यक्रम अधिकारी डॉ. एल.एस गजपाल रासेयो पं.रविशकर शुक्ल विवि रायपुर के मार्गदर्शन में कार्य किया जा रहा है।

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