बिहार चुनाव हारने के बाद कांग्रेस में नहीं थम रहा घमासान, प्रदेश अध्यक्ष को हटाने की मांग तेज, कपिल सिब्बल को भी नसीहत
बिहार विधानसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद कांग्रेस में घमासान रुकने का नाम नहीं ले रहा है। पार्टी नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल पर निशाना साधने में कोई कमी नहीं छोड़ रहे हैं। इस बीच, पार्टी में यह राय भी जोर पकड़ रही है कि कांग्रेस को गठबंधन में मजबूत सीट पर ही चुनाव लड़ना चाहिए।
लोकसभा में संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कपिल सिब्बल पर निशाना साधते हुए कहा कि वह कांग्रेस पार्टी और आत्मनिरीक्षण की आवश्यकता को लेकर बहुत चिंतित हैं। पर हमने बिहार,मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और गुजरात चुनाव में उनका चेहरा नहीं देखा। इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, तारिक अनवर और सलमान खुर्शीद भी सिब्बल को नसीहत दे चुके हैं।
पार्टी के अंदर यह मांग भी जोर पकड़ रही है कि गठबंधन में सिर्फ अपनी मजबूत सीट पर ही चुनाव लड़ना चाहिए। पार्टी नेता मानते हैं कि गठबंधन में अधिक सीट पर चुनाव लड़ने की कोशिश में कई ऐसी सीट ले लेते है, जिस पर जीत की कोई संभावना नहीं होती है। लिहाजा, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में पार्टी को अपनी मजबूत सीट पर ही चुनाव लड़ना चाहिए।
प्रदेश अध्यक्ष को हटाने की मांग तेज
दूसरी तरफ, बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा को हटाने की मांग जोर पकड़ रही हैं। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि सीडब्लूसी की बैठक में हार के कारणों पर विचार करने के बाद प्रदेश नेतृत्व मे बदलाव किया जा सकता है। पार्टी के कई नेता टिकट बंटवारे को लेकर भी प्रदेश कांग्रेस नेताओं की भूमिका पर भी सवाल उठा रहे हैं। ऐसे में पार्टी जल्द कदम उठा सकती है।