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दिल्ली से वुहान गई एयर इंडिया की फ्लाइट में 19 भारतीय पाए गए कोरोना पॉजिटिव

भारत (India) से चीन (China) के वुहान (Wuhan) गई एयर इंडिया (Air India) की एक ही फ्लाइट में 19 भारतीय कोरोना पॉजिटिव (Coronavirus) पाए गए हैं. ये फ्लाइट वंदेभारत मिशन के तहत नई दिल्ली से चीन के वुहान गयी थी. ये पहली बार है जब वंदे भारत मिशन के तहत चीन पहुंची एयर इंडिया की फ्लाइट में इतने लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. भारतीय अधिकारियों ने बताया कि संक्रमितों को वुहान के ही अस्पताल में भर्ती कराया गया है. माना जाता है कि चीन के वुहान से ही दुनिया भर में कोरों संक्रमण फैला है.

वहीं, एयर इंडिया ने आधिकारिक बयान में बताया गया है कि विमान 30 अक्टूबर को दिल्ली से यात्रियों को लेकर चीन के वुहान पहुंचा था। एयरपोर्ट पर कोरोना जांच के दौरान 19 भारतीय कोरोना संक्रमित मिले. बता दें कि भारत ने चीन के लिए 13 नवंबर से चार और उड़ानों को संचालित करने का निर्णय लिया है. इसमें से तीन 13, 20 और 27 नवंबर को, जबकि एक उड़ान चार दिसंबर को संचालित होगी. हालांकि इसका किराया एयर इंडिया तय करेगा. यात्रियों को कोरोना महामारी के मद्देनजर सरकार द्वारा तय किए गए दिशा निर्देशों का पालन करना होगा. यही नहीं, यात्रा से पहले उन्हें कोरोना की जांच भी करानी होगी. ये सभी यात्री चीन रवाना होने से पहले कोरोना जांच की निगेटिव रिपोर्ट लेकर विमान में सवार हुए थे. इनमें से 39 लोगों की जांच में एंटीबॉडी का पता चला है. भारतीय अधिकारियों ने कहा कि संक्रमित पाये गये लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.

ईरान में भी फिर से प्रतिबंध लागू

उधर ईरान में कोरोना वायरस प्रतिबंधों को बढ़ा दिया गया है. ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी ने 14 नवंबर तक 71 शहरों तक प्रतिबंधात्मक उपायों के विस्तार की घोषणा की है. 

3 अक्टूबर को ईरानी स्वास्थ्य अधिकारियों ने संक्रमण के बढ़ने के बाद राजधानी तेहरान में प्रमुख शैक्षिक और सांस्कृतिक गतिविधियों को बंद कर दिया था. उन्होंने फेस मास्क के सख्त अनिवार्य उपयोग को भी दोहराया और लोगों को अनावश्यक आउटिंग से बचने के लिए कहा. रुहानी ने शनिवार को राष्ट्रीय मुख्यालय की बैठक के दौरान और महामारी से लड़ने के लिए नए उपायों की घोषणा की.

राष्ट्रपति ने कहा कि सूचना और संचार प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सहयोग से, Mealth Mnistry रोगियों का पता लगाने और बीमारी के प्रसार के अनुसार डेटा का विश्लेषण करने के लिए एक योजना बनाएगी. उन्होंने महामारी से निपटने के लिए स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा स्वास्थ्य प्रोटोकॉल और शासनादेशों के कार्यान्वयन में सार्वजनिक योगदान देने का आग्रह किया. राष्ट्रीय कोरोनावायरस टास्कफोर्स के सदस्य मसूद मर्दनी ने कहा कि ईरान में उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में सुरक्षात्मक उपायों से अगले कुछ हफ्तों में सकारात्मक परिणाम मिलने की उम्मीद है. मर्दनी ने कहा कि हम दो सप्ताह के भीतर अस्पताल के दौरे में गिरावट और तीन से चार सप्ताह में मृत्यु दर में गिरावट की उम्मीद कर रहे हैं.

 

 

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