छत्तीसगढ़

गौ माता को धर्म शास्त्रों में पहले से ही धन की संज्ञा दी गई है -राजेश्री महन्त जी*

*गौ माता को धर्म शास्त्रों में पहले से ही धन की संज्ञा दी गई है -राजेश्री महन्त जी*

 

*सबका सँदेश कान्हा तिवारी*—-

*जहां गौमाता का सत्कार होता है वहां लक्ष्मी जी का वास होता है*

*प्राचीन काल में लोग जब अपने सगे संबंधियों के घर जाते थे तब वे उनका गौशाला जरूर देखते थे*

प्राचीन काल में जब लोग अपने सगे संबंधी या रिश्तेदारों के घर जाते थे विशेषकर जब दो परिवारों में वैवाहिक संबंध स्थापित होना होता था तब लोग उनके घरों के गौशाला का न केवल निरीक्षण करते थे बल्कि यहां तक की उनके बांधने की रस्सी जिसे गेंरुआ कहा जाता है तथा उनके चारा प्राप्त करने के पात्र अर्थात कोटना का भी निरीक्षण करते थे जिससे उनकी आर्थिक स्थिति का वे अनुमान लगा लिया करते थे यह बातें राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राजेशश्री डॉक्टर महन्त रामसुन्दर दास जी महाराज ने चांदी पहाड़ में संचालित गौशाला के निरीक्षण के दरमियान संचालक समितियों के समक्ष उद्धृत की विदित हो कि राजेश्री महन्त जी महाराज जांजगीर-चांपा जिले के बलौदा विकासखंड के पहरिया में स्थित चांदी पहाड़ के गौशाला का निरीक्षण करने के लिए उपस्थित हुए थे उन्होंने गौशाला का भली-भांति निरीक्षण किया और पहाड़ के ऊपर बड़ी संख्या में निवासरत गौ माताओं के लिए चारा, पानी, बिजली की व्यवस्था का जायजा लिया गौशाला के संचालकों की तरफ से संत श्री रामचरण दास जी ने राजेश्री महन्त जी महाराज का स्वागत किया अपने उद्बोधन में राजेश्री महन्त जी महाराज ने कहा कि गौमाता मनुष्य के सामाजिक विकास की प्रक्रिया के प्रारंभ से ही उनके साथ रही है। इसे मनुष्यों ने यहां तक आत्मसात किया कि जब विशेषकर भारतीय सनातन धर्मावलंबियों में दो परिवारों के बीच वैवाहिक संबंध स्थापित होते थे तब उनकी आर्थिक स्थिति की जायजा लेने के लिए लोग उनके गौशाला निरीक्षण किया करते थे कुछ स्थानों में यह परंपरा अब भी जारी है। गौ माता को हमारे धर्म शास्त्रों में प्राचीन काल से ही लक्ष्मी माना गया है लक्ष्मी धन की देवी है। जो भी व्यक्ति गौ माता की सत्कार करता है, सच्चे हृदय से सेवा करता है उस पर माता नारायणी की कृपा अवश्य होती है और वह निश्चित तौर पर फलता फूलता है,समाज में उन्नति को प्राप्त करता है, इसलिए हम सभी को गौ पालन अवश्य करना चाहिए। मानव जीवन के जो चार उद्देश्य बताए गए हैं धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष गौ सेवा से इन उद्देश्यों की पूर्ति अपने आप ही हो जाती है। राजेश्री महन्त जी महाराज चांदी पहाड़ के पश्चात ग्राम कोरबी के स्थानी कार्यक्रम में शामिल हुए, यहां ग्राम वासियों ने भजन कीर्तन के साथ राजेश्री महन्त जी महाराज का भव्य स्वागत एवं आत्मीय अभिनंदन किया। यहां समाज के हित के लिए शिवरीनारायण मठ मंदिर ट्रस्ट के द्वारा बनाए गए भव्य बाड़ा को लेकर ग्रामवासी बड़े ही प्रसन्न हैं उल्लेखनीय है कि ग्राम कोरबी शिवरीनारायण मठ का गांव है। विश्रामगृह बलौदा में उन्होंने जनप्रतिनिधियों, विशिष्ट जनों एवं अधिकारियों से भेंट मुलाकात कर चर्चाएं की उनके साथ कार्यक्रम में विशेष रुप से क्षेत्र के कांग्रेस कार्यकर्ता एवं जनप्रतिनिधि कन्हैया राठौर, जनपद सदस्य कमलेश,श्री त्यागी जी महाराज, रामनारायण मोदी, मनोज मित्तल , मणिकांत अग्रवाल, नगर पंचायत बलौदा के अध्यक्ष श्रीमती ललिता पाटले, बलौदा ब्लाक सरपंच संघ के अध्यक्ष रमाकांत साहू, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष गोविंद देवांगन, जनपद सदस्य नीलिमा साहू, नजीर खान, त्रुहन महंत, रंजन सिंह, अरविंद मिश्रा, कृष्णकांत अग्रवाल, गांव के सरपंच श्रीमती सुलीता कुर्रे, तथा छत्तीसगढ़ प्रशासन के अधिकारी डिप्टी कलेक्टर करुन डहरिया, उप संचालक पशु चिकित्सा डॉक्टर पटेल, तहसीलदार मिश्रा जी, स्थानीय पटवारी, तथा डॉ चंदन सहित अनेक गणमान्य जन एवं पुलिस प्रशासन के लोग उपस्थित थे।

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