छत्तीसगढ़

अहंकार और दम्भ से परे, ज़मीन से जुड़े महाराजा टी एस सिंह देव को जन्म दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ और बधाईयाँ – प्रकाशपुन्ज पाण्डेय

*अहंकार और दम्भ से परे, ज़मीन से जुड़े महाराजा टी एस सिंह देव को जन्म दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ और बधाईयाँ – प्रकाशपुन्ज पाण्डेय

 

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के निवासी समाजसेवी, राजनीतिक विश्लेषक और मिशन स्वराज के संस्थापक प्रकाशपुन्ज पाण्डेय ने अपनी लेखनी के माध्यम से छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री, काँग्रेस के नेता और सरगुजा रियासत के महाराजा साहब टी एस सिंह देव के जन्म दिवस के अवसर पर उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएँ प्रेशित की हैं।

31 अक्टूबर 1952 को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में जन्में स्वर्गीया देवेंद्र कुमारी सिंह देव और स्वर्गीय मदनेश्वर शरन सिंह देव के पुत्र टी एस सिंह देव सरगुजा रियासत के महाराजा होने के साथ ही काँग्रेस पार्टी के ज़मीनी स्तर के नेता और छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय और पंचायत व ग्रामीण विकास मंत्रालय के मंत्री हैं। टीएस सिंह देव ने हमीदिया कॉलेज भोपाल, मध्य प्रदेश से इतिहास में एमए स्‍नातकोत्‍तर डिग्री प्राप्‍त की थी। टी एस सिंहदेव के पिता राजा हुआ करते थे। टी एस सिंहदेव का नाता शल्युजा शाही परिवार से है और वे इस राजघराने के 118 वें राजा हैं। टी एस सिंह देव का नाता छत्तीसगढ़ की राजनीति से है। अपने पिता के राय के विपरीत टी एस सिंह देव ने राजनीति में कदम रखा। टी एस सिंहदेव ने 1983 में अंबिकापुर नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष चुने गए थे, यहीं से इनके राजनीतिक जीवन की शुरुआत हुई थी। टीएस सिंहदेव ने छत्तीसगढ़ राज्य में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (Congress) पार्टी को मजबूत करने का काम किया। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने 2013 विधानसभा चुनाव में हार के बाद टी एस सिंह देव को विधायक दल का नेता बनाया था। त्रिभुवनेश्वर शरण सिंहदेव सरगुजा रियासत के राजा हैं। टी एस सिंह देव का पूरा नाम त्रिभुवनेश्वर शरण सिंह देव है। लेकिन उनकी लोकप्रियता इतनी है कि सूबे के लोग इन्हें प्यार से टीएस बाबा बुलाते हैं। कई लोग उन्हें दादा संबोधित करते हुए भी बुलाते हैं। त्रिभुवनेश्वर शरण सिंहदेव यूं तो बड़ी रियासत के मालिक हैं। लेकिन इतनी बड़ी हस्ती होने के बाद भी वे सादगी से रहना पसंद करते हैं। यानी टीएस सिंहदेव लाइफस्टाइल बेहद सिंपल है। आमतौर पर वे कुर्ता और पैजामा पहनना पसंद करते हैं। उन्हें खेल भी बहुत पसंद हैं। वे रायपुर स्थित राजकुमार कॉलेज के ट्रस्टी भी हैं।

2018 विधानसभा चुनाव में टी एस सिंह देव को छत्तीसगढ़ काँग्रेस कमेटी की ओर से विधानसभा चुनाव 2018 के लिए चुनावी घोषणा पत्र समिति का अध्यक्ष बनाया गया। टी एस सिंहदेव ने भी इस ज़िम्मेदारी को बखूबी अंजाम दिया, जिसका नतीज़ा यह रहा कि 15 सालों के भाजपा के शासन से त्रस्त छत्तीसगढ़ की जनता ने कांग्रेस के घोषणा पत्र पर भरोसा करते हुए छत्तीसगढ़ में काँग्रेस की सरकार बना दी। मीडिया रिपोर्ट्स और राजनीतिक पंडितों व विश्लेषकों का मानना था कि 2018 के विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद जब कांग्रेस पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिला तब अपने बेहतरीन प्रदर्शन के लिए टी एस सिंह देव को मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। वैसे जिन चार नामों के बीच मुकाबला था वे थे, ताम्रध्वज साहू, भूपेश बघेल, डॉ चरणदास महंत और टी एस सिंह देव जिसमें टी एस सिंह देव का मुख्यमंत्री बनना तय माना जा रहा था क्योंकि चुनाव से पहले भी अपने नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में उन्होंने सराहनीय कार्य किया था। देश के रईस नेताओं में शामिल होने के बाद भी, टी एस सिंहदेव की छवि एक ईमानदार, सादगीपूर्ण और बेदाग नेता की है जोकि अहंकार और दम्भ से परे हैं।

मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि आने वाले निकट भविष्य में ईश्वर टी एस सिंह देव को बेहतर स्वास्थ्य प्रदान करें और उनकी सभी इच्छाओं की पूर्ति करें।

*प्रकाशपुन्ज पाण्डेय,*
7987394898, 9111777044

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