Kondagaon_ पुलिस जवान के नाजायज सबंध से जन्मी 4 वर्ष की बच्ची हुई अनाथ
केशकाल। एक पुलिस वाले के चलते मां को बेसहारा हो पागल होकर अंततः मर जाना पडाऔर उसके कोख से जन्म ली नन्ही बच्ची को भी अनाथ हो जाना पड़ा हो तो भी शासन- प्रशासन पुलिस एवं हमारा सजग संवेदनशील समाज मूक मौन और किंकर्तव्यविमूढ़ हो बस देखता रहे। इससे विडंबना जनक दुखद स्थिति और क्या हो सकता है।
केशकाल पुलिस थाना के ठिक पीछे बसा बडपारा है। जंहा एक गरीब आदिवासी परिवार है। इस परिवार के सांथ जो हुआ वह न कहा जाए और न सहा जाये वाली बात हो गई है। बताया जाता है कि पुलिस थाना केशकाल में ओमेश्वर पोया नाम का सिपाही पदस्थ था जो विवाहित था। उसने अपने घर में झाड़ू पोंछा जैसे घरेलू काम के लिए बडपारा कु प्रतिभा ध्रुव को नौकरानी रखा। गरीबी के चलते मजदूरी करने वाली प्रतिभा को ओमेश्वर ने अपने प्रेमजाल में फांस लिया और नाजायज संबंध बना लिया था। जिसके चलते प्रतिभा को गर्भ ठहर गया और उससे एक बच्ची ने भी जन्म ले लिया। बताया जाता है कि इसी दरम्यान सिपाही ओमेश्वर पोया की पत्नी ने तत्कालीन पुलिस अधीक्षक को लड़की के बारे लिखीत शिकायत कर दिया। जिस पर लड़की कोे परिवार सहित आफिस बुलवाया गया, ज़हां सिपाही को समझाइश देकर मामला निपटा दिया गया था। कुछ दिनों तक सिपाही ने लड़की को सुरडोंगर में किराये के मकान में रखा, परन्तु अचानक लड़की की मानसिक स्थिति बिगड़ने लगी और उसका इलाज भी नहीं कराया गया जिसके कारण वह अपने बच्चे को लेकर इधर उधर भटकने लगी थी। धीरे धीरे उसकी हालत बिगड़ती चली गयी और आखिरकार वह अपनी नन्ही बच्ची को रोते बिलखते असहाय छोड़कर इस दुनिया से चल बसी। आज लगभग 4 वर्ष की नन्ही बच्ची माता पिता के लाड़ प्यार दूलार से मरहूम होकर अंधकारमय भविष्य के बीच जीवन जी रही है। यह यक्ष प्रश्न बना हुआ है कि आखिर उस बच्ची का भविष्य क्या होगा, उसके नैसर्गिक एवं संवैधानिक बाल अधिकार का क्या होगा?
उपरोक्त मामले को 4 वर्ष के बाद कृष्ण दत्त उपाध्याय वरिष्ठ कलमकार एवं समाजसेवी के पहल पर उठाया गया है, उल्लेखनीय है कि नन्ही सी बच्ची माता, पिता के लाड प्यार से महरूम अनाथ अवस्था में अपने मामा के घर केशकाल में रह रही है। बच्ची की मां के साथ अपनी भूख मिटाने वाले पुलिस कर्मी इन दिनों कोंडागांव में पदस्थ होकर सेवा करने की जानकारी विश्वश्त सूत्रों से प्राप्त हुआ है। समाजसेवी कार्यकर्ता कृष्ण दत्त उपाध्याय ने शासन प्रशासन से केशकाल मे अपने मामा के साथ रह रही इस नन्ही 4 वर्षीय बच्ची का भरण पोषण एवं पढ़ाई हेतु जिम्मेदारी के साथ सहयोग की अपील की है।