छत्तीसगढ़

लौह नगरी किरंदुल गांधीनगर के पीछे आवारा मवेशियों के लिए बनाई गई काँजी हाउस आज सफेद हाथी साबित हो रहा है

*लौह नगरी किरंदुल गांधीनगर के पीछे आवारा मवेशियों के लिए बनाई गई काँजी हाउस आज सफेद हाथी साबित हो रहा है.

*आखिर बेजुबान पशुओं के लिए नगर प्रशासन क्यों दिलचस्प नहीं दिखा रहा है क्या इन पशुओं को संरक्षण की जरूरत नहीं है आखिर क्या है कारण.*

किरंदुल । लौह नगरी किरंदुल की रेल्वे कॉलोनी में एक गाय बीती दो दिन से खुले में ज्वर से पीड़ित पड़ा रहा जिसकी सूचना कॉलोनी वासियो ने एनजीओ कलिंगा सोशल वेलफेयर प्रमुख रवि दुर्गा को दी गई मौके पर रवि दुर्गा ने पशु विभाग के स्टाफ सुकलाल लेखाम को इसकी सूचना दिया और मौके पर पशु चिकित्सक ज्वर से पीड़ित गाय के पास पहुँचकर उस गाय का तत्काल ईलाज किया.

पशु चिकित्सक के अनुसार ज्वर से पीड़ित गाय अभी वर्तमान में स्वस्थ हैं.

तो आज हम देख सकते हैं की नगर में लाखों रुपये की लागत से नगर के आवारा मवेशियों के लिये नगर पालिका के द्वारा बनाई गई कांजी हाउस आज सिर्फ सफेद हाथी साबित होकर रह गई हैं. जबकि इस काँजी हाउस की उद्धघाटन भी कर दिया गया हैं लेकिन आज तक उस भवन का काम पूरा नही हो पाया है आखिर नगर प्रशासन कांजी हाउस को लेकर दिलचस्प क्यों नहीं दिखा रहा हैक्या नगर में अवारा मवेशी ऐसे ही चोटिल होकर रोड घाट में पड़ा रहे आखिर कब तक ये बेजुबान पशु ऐसे दयनीय हालातो से जूझते रहेंगे जबकि लाखो रूप की राशि लगाकर नगर के गाँधी नगर में पीछे कांजी हाऊस बनाई गईं हैं जो इन आवारा मवेशियों के लिये सपना बनकर रह गई हैं.

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