छत्तीसगढ़

सरपंच एकता तिवारी एवं पंच द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती पर किया गया याद

*सरपंच एकता तिवारी एवं पंच द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती पर किया गया याद*

 

सबका सँदेश कान्हा तिवारी
जांजगीर चम्पा –
ग्राम कन्हाईबंद में _ सत्य और अहिंसा के सिद्धांतों पर चलकर देश को आजादी दिलाने वाले मोहनदास करमचंद गांधी यानी कि महात्मा गांधी का आज जन्मदिन है। गुजरात के पोरबंदर में 2 अक्टूबर 1869 को पिता करमचंद गांधी और माता पुतलीबाई के घर उनका जन्म हुआ था। आजादी में उनके अतुलनीय योगदान की वजह से उन्हें भारत के राष्ट्रपिता से भी संबोधित किया जाता है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने सबसे पहले उन्‍हें राष्‍ट्रपिता कह कर संबोधित किया था। महात्मा गांधी सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद की मुखालफत करने वाले नेता बनकर उभरे। बाद में भारत के स्वतंत्रता संघर्ष को अहिंसात्मक तरीके से नेतृत्व प्रदान किया। उन्‍होंने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ भारत में सत्‍याग्रह और अहिंसा का तरीका अपनाया था। उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ सत्याग्रह किया। असहयोग और सविनय अवज्ञा आंदोलन का संचालन किया। इसी बल पर उन्होंने भारत को 200 साल की गुलामी से आजादी दिलाई। रक्तहीन क्रांति से देश को आजादी दिलाने की वजह से उन्हें सारे भारतवर्ष में बड़े ही आदर और सम्मान के साथ याद किया जाता है। सिर्फ भारत में ही नहीं, दुनिया भर में महात्मा गांधी को उनकी जयंती के दिन बड़ी ही श्रद्धा के साथ याद किया जाता है। उनके जन्मदिवस को सारे विश्व में विश्व अहिंसा दिवस के रूप में मनाया जाता है

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