लीलागर नदी से 4 फीट बहते हुए पानी से रेत माफिया निकलवा रहा है नाबालिक बच्चों से रेत।

लीलागर नदी से 4 फीट बहते हुए पानी से रेत माफिया निकलवा रहा है नाबालिक बच्चों से रेत।
मस्तूरी मुख्यालय के ग्राम पंचायत तेंदुआ मुड़पार में लीलागर नदी से रेत माफिया लोग धार चल रही लीलागर नदी से बेधड़क होकर रेत का अवैध खनन कर मोटी रकम में बेच रहे हैं। नदी में पानी होने के बावजूद लोग अपनी जान जोखिम में डालकर पानी में डुबकी लगा लगा कर रेत को बाहर निकालकर डंप कर रहे हैं उसके बाद रेत माफिया उसे 1400 रुपैया पर एक ट्रैक्टर के हिसाब से नाबालिक बच्चों को देकर बाहर ₹25 सौ से 3 हज़ार तक बेच रहे हैं। ग्राम पंचायत वालों से इस विषय में जानकारी लिया गया तो उन्होंने अपने बचाव करते किसी भी बात की जानकारी नहीं है कहते हुए पल्ला झाड़ लिया। अवैध रेत खनन की जानकारी क्षेत्रीय खनिज विभाग और थाना क्षेत्र के लोगों को भी पता उसके बावजूद किसी भी प्रकार की उस पर करवाही नहीं की जा रही है। लिहाजा अवैध रेत कखनन के चक्कर में पानी में डूब डूब कर रेत निकालने के नाम से किसी बड़ी दुर्घटना की आशंका दिखाई दे रही है। ग्राम पंचायत तेंदुआ मुड़पार के लीलागर नदी में सुबह सुबह 5:00 बजे के आसपास कई दर्जनों ट्रैक्टरों से अवैध रेत परिवहन किया जाता है।
आपको बताते चलें कि तेंदुआ मुड़पार लीलागर नदी तट पर जांजगीर जिला के अकलतरा ब्लाक क्षेत्र के भी कई दर्जनों ट्रैक्टर रेत परिवहन करने आते हैं। दोनों जिला के खनिज विभागों सहित क्षेत्रीय थाना प्रभारियों को भी इसकी जानकारी है उसके बावजूद शासन प्रशासन की ओर से रेत माफियाओं पर कोई कड़ी कार्यवाही नहीं की जा रही है।