शिक्षा गुरु बनाने के लिए जड़ चेतन सभी उपयुक्त

।। शिक्षा गुरु बनाने के लिए जड़ चेतन सभी उपयुक्त ।।
।। पंडित पुरुषोत्तम तिवारी ।।
।। कुंडा न्यूज़ ।।
समीपस्थ ग्राम पीपरमाटी में पुरुषोत्तम मास (मल मास) के पावन सानिध्य में व्यासपीठ श्री पुरुषोत्तम तिवारी रूसे मानस भागवताचार्य के द्वारा सहज सरल सुलभ मार्मिक व्याख्यान देते हुए भुरूवाराम चंद्रसेन पिपरमाटी के द्वारा आयोजित इस महापुराण के आयोजन के अष्टम दिवस में व्यासपीठ में विराजित पुरुषोत्तम तिवारी जी मानस भागवत आचार्य के द्वारा बताया गया कि जिस तरह से महापुराण में व्याख्यान आता है कि भगवान दत्तात्रेय शिक्षा गुरु के रूप में 24 जड़ चेतन पदार्थों से भी शिक्षा लेकर उन्हें अपना गुरु बनाया ।
हमें भी अपने जीवन को संस्कारों से एवं संस्कृतियों से सिंचन करते हुए जिस किसी भी वस्तु, चैतन्य व विद्वत जनों से शिक्षा मिले उसे हमें अवश्य ही अपने जीवन काल में शिक्षा गुरु के रूप में देखकर, मानकर उन्हें अपने गुरु का दर्जा देते हुए उनसे प्राप्त शिक्षा को अपने जीवन में अमल करें जिससे यह संसार हमारे लिए सरल हो जाएगा इस कार्यक्रम के आचार्य श्री परस तिवारी रुसे एवं यजमान श्री संतोष चंद्रसेन श्रीमती कलीन्द्री बाई चंद्रसेन एवं श्री संतोष चंद्र सेन के अन्य पांच भाइयों के द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवत महापुराण से पीपरमाटी के साथ-साथ आसपास के ग्रामों में भी धर्म एवं भक्तिमय वातावरण बना हुआ है। पूरे कार्यक्रम में शासन प्रशासन के द्वारा जारी आदेश मास्क एवं सेनीटाइजर का अधिकाधिक प्रयोग करते हुए सामाजिक दूरी का भी आयोजकों के द्वारा पालन किया जा रहा है। साथ ही साथ उपस्थित श्रोतागण शासन प्रशासन द्वारा कोविड-19 कोरोना वायरस की रोकथाम में जारी निर्देशों का पालन कड़ाई से किया जा रहा है ।।