छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

आयुक्त के औचक निरीक्षण में हुआ खुलासा

फिल्टर प्लांट के अधिकारियों को नही पता यहां होता है क्या काम?

भिलाई। 77 एमएलडी फिल्टर प्लांट में जल विभाग के कार्यपालन अभियंता को यहां के कार्यों की जानकारी नहीं है। आज जब निगम आयुक्त एसके सुंदरानी अचानक फिल्टर प्लांट पहुंचे तो इस बात का खुलासा हुआ। आयुक्त ने मिशन अमृत योजना अंतर्गत कार्यों की समीक्षा के लिए बैठक ली। इस दौरान आयुक्त ने विभिन्न किए जा रहे कार्यों को लेकर जानकारी मांगी जिस पर उपस्थित जल विभाग के कार्यपालन अभियंता जवाब नहीं दे पाए। इसे लेकर आयुक्त ने नाराजगी जताई। इसके बाद अधीक्षण अभियंता सत्येंद्र सिंह ने किए गए किए जा रहे कार्यों को विस्तार से बताया।

बैठक के दौरान आयुक्त ने कहा कि तकनीकी सलाह लेकर एवं विभिन्न संबंधित विभाग के साथ बैठक कर काम करें ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार की पेयजल व्यवस्था ने बाधा उत्पन्न न हो। जल कार्य विभाग के कार्यपालन अभियंता से मोटर, पैनल एवं ट्रांसफार्मर से संबंधित क्षमता का अवलोकन के संबंध में पूछने पर कोई जवाब नहीं दे पाने के कारण आयुक्त ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि प्रोटोकोल निर्धारित करें जिसमें तापमान, आईल, ग्रीस, दवाई की मात्रा का आकलन एवं समय-समय पर सभी आवश्यक कार्यों का अवलोकन स्वयं करें साथ ही प्रत्येक जरूरी कार्य के लिए जिम्मेदारी निर्धारित करें और उसका अवलोकन करते रहे।

किसी प्रकार की दुर्घटना आदि के बचाव के लिए पर्याप्त संसाधन जैसे मास्क,ऑक्सीजन सिलेंडर आदि आवश्यक सुविधाएं हमेशा उपलब्ध रहे। आयुक्त द्वारा शिवनाथ इंटक वेल में केबल ट्रे एवं केबल लगाए जाने का कार्य को जल्द से जल्द करने के लिए निर्देशित किया साथ ही ट्रांसफार्मर को पैनल से जोडऩे का कार्य करने कहा गया। शिवनाथ इंटक वेल में लगाए जाने वाले मोटर को शीघ्र ही परीक्षण करने आदेशित किया गया। इन सब व्यवस्थाओं को शीघ्र दुरुस्त कर अवगत कराने निर्देशित किया गया। समीक्षा बैठक के दौरान जल कार्य के अधीक्षण अभियंता सत्येंद्र सिंह, कार्यपालन अभियंता टीके रणदिवे उप अभियंता अर्पित बंजारे, प्रकृति जगताप, पी.डी एम.सी के राजेश, राजा बाबू खान, गोंडवाना कंपनी के पंकज चौधरी, आईएचपी कंपनी के जे गणेशन आदि मौजूद रहे।

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