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स्कुल कालेज बन्द है ओर भुपेष सरकार का आंगनबाडी केन्द्र खोलने का आदेश दुर्भाग्यपूर्ण- जितेन्द्र सुराना

कोंडागांव। भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य जितेंद्र सुराना ने सुबे के मुखिया प्रदेश के मुख्यमंत्री भुपेश बघेल सरकार के द्वारा कोविड. 19 के छत्तीसगढ़ मे बडते प्रकोप को देखते हुवे इस संकटकाल मे आगामी 7 सितम्बर से आंगनबाडी को खोलने का आदेश जो दिया है वह बहुंत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।

जितेन्द्र सुराना ने कहा कि छत्तीसगढ़ मे बडते कोरोना को देखते हुवे माननीय मुख्यमंत्री भुपेश बघेल जी को इस निर्णय को वापस लेना चाहिए। भुपेश सरकार द्वारा इस कोरोना महामारी के दौर मे आंगनबाड़ी खोलने के पीछे विभाग कि दो सेवाए गरम भोजन प्रदान करना व पोषण दिवस का आयोजन बताया गया है जबकि पुरे छत्तीसगढ़ मे इस समय कोरोना संक्रमण भयावह स्थिति में चरम पर है। जबकि केन्द्र सरकार की गाईडलाईन के अनुसार 0 से 10 वर्ष के बच्चों ओर गर्भवती महिला को भीडभाड वाले जगह मे नही जाना है जहा सर्वाधिक खतरा है घर मे रहना है ओर ऎसी स्तिथि में उनकी सुरक्षा के दृष्टि से सुखा राशन ही वितरण करना ही बेहतर होगा आगामी 30 सितम्बर तक स्कुल, कालेज ,कोचिग सेन्टर को बंद रखने के निर्देश है, साथ ही 21 सितम्बर तक सभी तरह के धार्मिक, सामाजीक,शैक्षणिक, राजनैतिक आदि गतिविधिया जिसमें अधिक लोगो कि मौजुदगी की सम्भावना हो उसे पुरी तरह से प्रतिबंध किया गया है। ऎसे माहोल मे जब वर्तमान मे पुरे प्रदेश मे कोरोना महामारी धिरे -धिरे विक्राल रुप ले चुकी है ओर आंगनबाडी केन्द्रो मे हितग्राही बच्चों की उम्र जन्म से 6वर्ष के बीच निर्धारित है जबकि 6माह से 3 वर्ष के बच्चों तथा गर्भवती एव पोषण माताओ को प्रत्यझ अप्रत्यक्ष रुप से सेवाए दी जाती है। ऎसे मे आंगनबाडा केन्द्रो मे बच्चों को दुर -दुर रखना उन्हे संक्रमण से बचाना एव गर्भवती महिलाओ को सुरक्षा व बचाव करना बहुत ही मुस्किल है। इसलिये कोरोना काल मे आंगनबाडी केन्द्रो को खोलने का निर्णय बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण व गलत प्रतित होता हैl ऐसे में सम्भावना है कि अभिभावक कोरोना के भय से बच्चे को केन्द्रो मे भेजने से परहेज करेगे।

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