अतिक्रमण हटाने के लिए लिया गया निर्णय सरपंच द्वारा चुनावी रंजिश पर की कार्यवाही किसानों का आरोप
अतिक्रमण हटाने के लिए लिया गया निर्णय सरपंच द्वारा चुनावी रंजिश पर की कार्यवाही किसानों का आरोप
अजय शर्मा जिला रिपोर्टर सब का संदेश
बलौदा–चुनावी रंजिश के चलते सरपंच पति ने गांव के चार पांच गरीब किसानों की खड़ी फसल को जानवर घुसा कर चला दिया गया जिससे किसानों की तैयार हो रही फसल बर्बाद हो गई किसानों ने फसल के बाद स्वयं कब्जा छोड़ देने की गुहार लगाई लेकिन सरपंच पति का दिल नहीं पसीजा पीड़ित किसानों का आरोप है कि सरपंच पति ने किसानों को गांव से निकालने हुक्का पानी बंद करने राशन कार्ड निरस्त करने वह पीएम आवास तोड़ने की धमकी दी किसानों ने इसकी शिकायत तहसीलदार व अन्य अधिकारियों से की है।
झपेलि के सरपंच बृहस्पति बाई ने दो सितंबर की शाम को गांव में बैठक बुलाकर बेजा कब्जा हटवाने का निर्णय लिया जिस पर कब्जा धारियों ने 60,70 सालों से जमीन पर काबिज रहने वह फसल लेने की बात कही तथा पट्टा के लिए अकलतरा के व्यवहार न्यायालय में प्रकरण लंबित रहने की जानकारी भी दी लेकिन सरपंच पति ने उनकी बात नहीं सुनी और दूसरे ही दिन बुधराम कश्यप रामधन कश्यप गिरीश कश्यप धन भाई कश्यप शिव कुमार कश्यप के फसलों को चरा दिया गया। किसानों का आरोप है कि उनके अलावा वहां पर और भी बहुत से लोगों का कब्जा है लेकिन यह सरपंच के करीबी तथा पैसे वाले हैं इसलिए उनके खेतों में फसलों को छोड़ दिया गया।