कामधेनु विश्वविद्यालय दुर्ग में पशुपालक को नेपियर चारा स्टेम का वितरण

दुर्ग। शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी के अंतर्गत पशुओं को वर्ष भर हरा चारा उपलब्ध कराने हेतु दाऊ वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय दुर्ग ने हरा चारा उत्पादन के लिए नवीन किस्म के नेपियर चारा डी.एच.-10 के नोड्स/तनों का वितरण विश्वविद्यालय के कुलपति डाँ.एन.पी.दक्षिणकर द्वारा उन्नतशील पशुपालक नंदकिशोर साहू, दुर्ग को किया गया। नेपियर चारा डी.एच.-10 के स्टेम को अपने फार्म में लगाकर उनके द्वारा चारा उत्पादन किया जावेगा। उन्होंने परिसर के क्राँप कैफेटेरिया का भ्रमण किया तथा कुलपति जी ने उन्हें अवगत कराया कि यह चारा पूरे वर्ष भर उपलब्ध रहता है । पांच वर्ष तक इस चारे की कटिंग की जा सकती है। कृषको का समूह बनाकर उन्हें ज्यादा से ज्यादा चारा उत्पादन हेतु प्रोत्साहित करें। वर्तमान में पशुचिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय अंजोरा के 25 एक्कड़ प्रक्षेत्र में नेपियर की उन्नत किस्में सुपर नेपियर एवं डी.एच.-10 लगाई गई है। इस अवसर पशुचिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय, अंजोरा के अधिष्ठाता डॉ.एस.के.तिवारी, डॉ. नितिन गाड़े, डाँ. ओ. पी. दीनानी, डाँ.शिवेश देशमुख, डाँ.दिलीप चौधरी, मदनलाल देशमुख आदि उपस्थित थे।